सिरोही. जिला मुख्यालय स्थित सबसे बड़े कालकाजी तालाब में अज्ञात कारणों से प्रतिदिन सैकड़ों मछलियां मौत के मुंह में समा रही है। तालाब के किनारे मृत मछलियों के ढेर लगे हुए है। ऐसे में यहां उठती दुर्गन्ध से तालाब के पास से लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद नगरपरिषद, मत्स्य विभाग, जल संरक्षण सहित अन्य किसी भी विभागीय अधिकारी ने जाकर सुध तक नहीं ली। तालाब में प्रतिदिन मछलियों के मरने से ढ़ेर लगा हुआ है। इससे पानी भी दूषित हो रहा है। हालांकि अभी तक मछलियों के मरने के कारणों का पता नहीं चल सका है। यहां तालाब के किनारे दूषित सामग्री व कूड़ा-कचरा पड़ा रहने से तालाब का सौन्दर्य भी धूमिल हो रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस तालाब में लोगों की ओर से कचरा डालने से गंदगी का आलम बना हुआ है। कई बार मना करने के बाद भी लोग तालाब में कचरा डाल देते है। वहीं जिम्मेदारों की ओर से तालाब के पास सांकेतिक बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। संभवतया दूषित सामग्री के चलते भी मछलियों की मौत हो सकती है, हालांकि अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से सुध नहीं ली गई है।
जाली लगे तो हो समाधान
लोगों ने बताया कि तालाब के किनारे लोहे की बड़़ी जाली लगे तो कचरा डालने पर रोक लग सकती है। तालाब कि पाल नीची होने से लोग कचरा तालाब में डाल देते है। वहीं पूजा सामग्री समेत अन्य सामान भी तालाब में डालने से तालाब के किनारे कचरे के ढेर लगे हुए है। ऐसे में दूषित सामग्री के सेवन से भी मछलियां मर सकती है। इस बार बारिश अच्छी होने से तालाब भरा हुआ है।
टीम लगाकर की जाएगी सफाई..
कालकाजी तालाब में टीम लगाकर कल सफाई करवा दी जाएगी। वहीं तालाब में मर रही मछलियों को लेकर पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, जल संरक्षण विभाग से सम्पर्क कर जो भी उपचार होगा, करेंगे।
– योगेश आचार्य, आयुक्त, नगर परिषद सिरोही