हालांकि सर्वाधिक 142.26 करोड़ रूपए की 19 ओटीएमपी डूंगरपुर जिले के लिए स्वीकृत की गई हैं। इन लघु योजनाओं के माध्यम से डूंगरपुर जिले के 19 गांवों में 16 हजार 10 जल कनेक्शन दिए जाएंगे। दूसरे नम्बर पर उदयपुर जिला है, जहां 137.30 करोड़ रूपए की 15 ओटीएमपी स्वीकृत की गई हैं।
धौलपुर जिले में 77.30 करोड़ रुपए की 3 ओटीएमपी के माध्यम से 31 गांवों में 5 हजार 217 जल कनेक्शन दिए जाएंगे। सीकर जिले में 49.81 करोड़ की 8 ओटीएमपी स्कीम से 8 गांवों में 7 हजार 900 जल कनेक्शन, प्रतापगढ़ में 25.56 करोड़ की 4 ओटीएमपी स्कीम से 4 गांवों में 3 हजार 394 जल कनेक्शन, श्रीगंगानगर जिले में 21.01 करोड़ की 2 ओटीएमपी स्कीम से 17 गांवों में 1095 जल कनेक्शन, अलवर में 12.60 करोड़ की 2 ओटीएमपी स्कीम से 2 गांवों में 2 हजार 62 जल कनेक्शन, सवाई माधोपुर में 7.78 करोड़ की एक ओटीएमपी स्कीम से 2 गांवों में 1982 जल कनेक्शन एवं चितौड़गढ़ जिले में 5.27 करोड़ रूपए की एक ओटीएमपी स्कीम से 2 गांवों में 690 जल कनेक्शन दिए जाएंगे।
प्रदेश में दिए 30 लाख 80 हजार कनेक्शन उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अब तक करीब 30 लाख 80 हजार ग्रामीण घरों में जल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। सर्वाधिक जल कनेक्शन नागौर, राजसमंद एवं हनुमानगढ़ में हुए हैं। विभाग द्वारा कुल स्वीकृत 134 वृहद परियोजनाओं में से 86 परियोजनाओं के तहत 9234 गांवों में 22.21 लाख जल संबंधों के लिए 10 हजार 835 करोड रुपए के कार्यादेश जारी हो चुके हैं। अन्य योजनाओं (ओटीएमपी) में 14,793 गांवों में 35.26 लाख जल संबंधों के लिए निविदाएं आमंत्रित कर ली गई हैं। इनमें से 27.08 लाख जल कनेक्शन के लिए कार्यादेश भी जारी कर दिए गए हैं।