तीन बंदरों के हमले में जख्मी चेनाराम ने बताया कि वह मजदूरी करने के बाद शाम को बाजार की ओर जा रहा था। यहां अधरदेवी चौराहे पर हनुमान मंदिर के समीप अचानक एक साथ तीन बंदरों ने आकर पीछे से हमला कर पिंडलियों, एडियों व पैर में जगह-जगह से काटकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। काफी मात्रा में खून बहने से वह घटनास्थल पर ही अचेत होकर गिर पड़ा। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़कर आए और बंदरों से बड़ी मुश्किल से उसे छुड़ाया। घायल चेनाराम को लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां उपचार किया गया। उसके पैरों, पिडंलियों समेत अन्य स्थानों पर करीब दो दर्जन टांके आए हैं। चेनाराम का उपचार जारी है।
इसी तरह से अधरेदवी निवासी रतनाराम रामाजी अपनी दुकान पर काम कर रहे थे। इसी दौरान बंदरों के झ़ण्ड ने अचानक उन पर भी हमला कर दिया। जिससे आसपास के व्यवसायी माधोराम देवासी, लक्की सिंह, किशन सिंह, सुरेश देवासी, प्रिंस मनिंद्र सिंह ने बंदरों को भगाकर उसे छुड़ाया। उसे भी घायलावस्था में ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां समाचार लिखे जाने तक उनका उपचार जारी है।
पूर्व में भी बंदर कई लोगों को कर चुके हैं जख्मी पूर्व में भी कई लोगों पर बंदरों की ओर से हमला किया गया है। जिसके तहत रूपाराम थिंगर, सुरेश कुमार, दरगाराम चौहान, मनीषा थिंगर समेत दर्जनों लोगों को भी बंदर काटर कर जख्मी कर चुके हैं। क्षेत्र में आए दिन बंदरों की धमाचौकड़ी से सैलानियों व राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते लोग दैनिक कार्यों समेत सामान्य आवागमन के लिए घरों से बाहर निकलने में भी डरते हैं।
इनका कहना है बंदरों की ओर से किए जा रहे हमले की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं। जिसे देखते हुए एहतियात के तौर पर अधरदेवी क्षेत्र में अलग-अलग गश्ती दलों को बंदरों पर निगरानी रखने के लिए तैनात किया गया है। जो हमलावर बंदरों की पहचान कर रहे हैं। उनकी शिनाख्त होने पर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
मोहन कुमार चौधरी, वनपाल, माउंट आबू