
श्योपुर
विजयपुर विकासखंड के ग्राम दोर्द में संचालित निजी विद्यालय में अध्ययनरत बच्चे समय पर फीस नहीं ला पाए तो स्कूल स्टाफ ने उन्हें सजा सुना डाली। स्कूल स्टाफ ने पहले बच्चों को मुर्गा बनाया गया और इसके बाद छात्राओं के हाथ भी ऊपर करवाकर एक घंटे की सजा सुना डाली। मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उधर जानकारी मिलते ही अधिकारी भी कार्रवाई की बात कह रहे हैं। वहीं स्कूल स्टाफ की इस सजा से जहां बच्चे सदमे में है, वहीं पालकों ने भी प्रबंधन और शिक्षकों के इस व्यवहार पर आक्रोश व्यक्त करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से निजी विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बता दें स्कूल में सौ से अधिक बच्चे पढ़ते हैं।
विजयपुर विकासखण्ड के अंतर्गत दौर्द गांव में एक निजी स्कूल संचालित है, जिसमें न तो स्कूल का कोई पंजीयन है और न ही किसी तरह की कागजी खानापूर्ति। इस तरह के बिना परमिशन स्कूल का संचालित होना और शिक्षा विभाग को कानों कान खबर तक नहीं होना भी गंभीर मामला है। हालांकि शिक्षा विभाग अब इस तरह का मामला सामने आने के बाद इसे निजी कोचिंग बताकर पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है। जबकि यह एक कोचिंग नहीं बल्कि एक निजी विद्यालय के तौर पर स्कूल संचालित है, जिसमें सौ से ज्यादा बच्चे अध्ययनरत हैं। बताया गया है कि क्षेत्र के गांवों में इस तरह के दर्जनों ऐसे स्कूल संचालित है जिनका न तो कोई रिकॉर्ड शिक्षा विभाग के पास है और न ही पंजीयन ।
Published on:
01 Aug 2024 03:40 pm
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