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Vitthal पांडुरंगा के दर्शन पर निकले डब्बावाले

दो दिन तक बाहर के खाने पर रहना होगा आश्रित महामुंबईकरों को घर का खाना नसीब नहीं हो सकेगा

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Vitthal पांडुरंगा के दर्शन पर निकले डब्बावाले

मुंबई. राज्य के विभिन्न हिस्सों से वि_ल पांडुरंगा के दर्शन के लिए पंढरपुर पहुंच रहे हैं। वहीं मुंबई के डब्बा वाले भी गुरुवार को अंधेरी से रवाना हो गए हैं और वे दो दिनों के लिए पंढरपुर में एकादशी और द्वादशी के मौके पर उपस्थित रहेंगे। वहीं दूरदराज से आए दर्शनार्थियों की सेवा में विलीन रहने वाले डब्बावाले मुंबईकरों को दो दिन के लिए सेवाएं नहीं दे सकेंगे। इसलिए महामुंबईकरों को घर का खाना नसीब नहीं हो सकेगा, उन्हें बाहर के खाने पर ही आश्रित रहना होगा।


रविवार को मुंबई लौटेंगे डब्बावाले
मौली ज्ञानेश्वर और संत तुकाराम महाराज के पावनभूमि, आलंदी और देहु क्षेत्र में जन्में मुंबई के डब्बावाले लोगों को उनके घर का खाना खिलाने के लिए डब्बे पहुंचाने का काम कर रहे हैं। पिछले 129 वर्षों से महामुंबईकरों की सेवा करने वाले सैकड़ों डब्बावाले गुरुवार को एच. बी. पी. विलास महाराज शिंदे के मार्गदर्शन में अंधेरी सात बंगला से पंढरपुर के लिए रवाना हुए। वहां वे अपनी धर्मशाला में दो दिन रहेंगे। शुक्रवार और शनिवार को दो दिन लाखों कामगार मुंबईकरों को घर का भोजन नहीं मिल पाएगा। वहीं आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर पांडुरंगा के दर्शन के बाद रविवार को डब्बावाले मुंबई लौट आएंगे।


रहने-खाने की नि: शुल्क व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि पंढरपुर में डब्बेवालों की धर्मशाला में प्रतिवर्ष तीर्थ यात्रा पर आने वाले हजारों वारकरी को नि: शुल्क रहने की व्यवस्था समेत दोनों समय के भोजन की व्यवस्था होती है। इस साल मुंबई के डब्बावालों के संगठन की ओर से यह व्यवस्था की गई है। मुंबई डब्बावाला एसोसिएशन के अध्यक्ष के अनुसार सेवा शुक्रवार और शनिवार को बंद रहेगी, जबकि 15 जुलाई से सुचारू रूप से लोगों की सेवा में जुट जाएंगे।