
संयुक्त राष्ट्र ने चेताया पर्यावरणीय तबाही पैदा कर रहा इलेक्ट्रॉनिक कचरा
न्यूयॉर्क। विश्व में इलेक्ट्रिक कचरे की भरमार बढ़ती जा रही है। नई रिपोर्ट 'द ग्लोबल ई-वेस्ट मॉनिटर 2024' में संयुक्त राष्ट्र ने चेताया है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाला कचरा पर्यावरणीय तबाही पैदा कर रहा है। रिसाइकिलिंग की तुलना में ई-कचरा पांच गुना तेजी से उत्पन्न हो रहा है। 2022 में लगभग 62 अरब किलो ई-कचरा उत्पन्न हुआ, जबकि रिसाइकिलिंग की दरों में वृद्धि के कोई संकेत नहीं हैं। दशक के अंत में ई-कचरे के 82 अरब किलो तक पहुंचने की आशंका है। विश्व में औसतन हर व्यक्ति सालाना लगभग 7.8 किलो ई-कचरा उत्पन्न करता है।
हजारों टन हानिकारक प्लास्टिक पर्यावरण में:
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से फैलने वाला कचरा ई-कचरे की श्रेणी में आता है। अप्रबंधित इलेक्ट्रॉनिक कचरे के कारण हर साल 45,000 टन हानिकारक प्लास्टिक और 58 टन पारा पर्यावरण में प्रवेश करता है। 2022 के दौरान 22 फीसदी की दर से ही ई-कचरे को एकत्रित और रिसाइकिल किया गया था। जबकि अधिकांश कचरे को जलाया, लैंडफिल में फेंका या अनुचित तरीके से रिसाइकिल किया गया।
विश्व का एक तिहाई कचरा छोटे उपकरणों से जुड़ा:
ई-कचरे की रिसाइकिलिंग दर विकसित देशों में सबसे अधिक और अफ्रीका में सबसे कम है। हालांकि दुनिया के ई-कचरे का एक बड़ा हिस्सा अमीर देशों से विकासशील देशों में भेजा जाता है। लगभग 18 अरब किलो ई-कचरा विकासशील देशों में संसाधित किया जाता है, जहां श्रमिकों की अक्सर उचित उपकरणों तक पहुंच नहीं होती है और वे हानिकारक पदार्थों के संपर्क में आते हैं। वैश्विक एक तिहाई ई-कचरा, खिलौने, माइक्रोवेव ओवन, वैक्यूम क्लीनर और ई-सिगरेट जैसे छोटे उपकरण हैं, फिर भी इस श्रेणी के उपकरणों के लिए रिसाइकिलिंग दर बहुत कम (12%) हैै।
विश्व में 2022 के दौरान ई-कचरा
Published on:
22 Mar 2024 11:49 am
बड़ी खबरें
View Allखास खबर
ट्रेंडिंग
