किसानों को नहीं मिलता है कृषक विश्रामगृह में प्रवेश
कृषि उपज मंडी समिति के अधिकारियों की लापरवाही से किसानों के लिए बनाए गए कृषक विश्रामगृह में अधिकारियों कर्मचारियों ने कब्जा जमा रखा है। कृषि उपज मंडी परिसर में क्षेत्र के अन्नदाताओं के विश्राम के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। राज्य सरकार ने किसानों की परेशानी को देखते हुए कृषक विश्रामगृह निर्माण करवाया ताकि किसान सर्दी, गर्मी, बरसात में उपज बेचने आए तो मौसम की मार से बच सके।
केशवरायपाटन. कृषि उपज मंडी समिति के अधिकारियों की लापरवाही से किसानों के लिए बनाए गए कृषक विश्रामगृह में अधिकारियों कर्मचारियों ने कब्जा जमा रखा है। कृषि उपज मंडी परिसर में क्षेत्र के अन्नदाताओं के विश्राम के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। राज्य सरकार ने किसानों की परेशानी को देखते हुए कृषक विश्रामगृह निर्माण करवाया ताकि किसान सर्दी, गर्मी, बरसात में उपज बेचने आए तो मौसम की मार से बच सके।
जब से यहां विश्राम गृह बनाया तब से अब तक एक दिन भी किसानों को इसका लाभ नहीं मिला। कुछ अधिकारियों ने इस को अपना आवास बना कर कब्जा कर लिया। तीन कमरों वाले इस विश्राम गृह में अभी एक कमरे में तहसीलदार ने आवास बना रखा है। वैसे यहां सरकार ने सीएडी परिसर में तहसीलदार के लिए आवास बना रखा है लेकिन उसमें कोई नहीं रहता है। एक कमरे में मंडी में चल रहे समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र के कर्मचारी रह रहे हैं। किसान तपती दुपहरी में खुले में रहने को मजबूर हैं। मंडी में छाया पानी की व्यवस्था नहीं है ओर कृषक विश्रामगृह पर किसानों का प्रवेश वर्जित है तो किसान कहां जाएं।
कृषक विश्रामगृह में किसानों के लिए एक कमरा है जिसमें किसान रह सकते हैं। दिन में बैठ सकते हैं। पास वाला कमरा जिसमें तहसीलदार रहता है वह गेस्ट हाउस है। उसके पास जो कमरा है उसमें समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र के कर्मचारी रह रहे होंगे इसकी जानकारी नहीं है। किसानों को कोई रोके तो वह शिकायत दे सकते हैं।दीपक महावर, उपखंड अधिकारी एवं प्रशासन कृषि उपज मंडी समिति केशवरायपाटन