
जयपुर
(Rajasthan Highcourt) हाईकोर्ट ने आगामी सर्दियों में (Sambhar Lake) सांभर झील में आने वालेे (Migraory Birds) प्रवासी पक्षियों को (Death) मौत से बचाने के लिए (scientist) वैज्ञानिकों और (Officers)अफसरों से झील का (Inspection) निरीक्षण करवाने का फैसला किया है। कोर्ट ने महाधिवक्ता,अतिरिक्त महाधिवक्ता और न्याय मित्र से एक सप्ताह में ऐसे वैज्ञानिकों और अफसरों के नाम बताने को कहा है। मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति और न्यायाधीश प्रकाश गुप्ता ने यह अंतरिम निर्देश स्व:प्रेरणा से दर्ज जनहित याचिका पर दिए।
वायरल इंफेक्शन से हुई मौत लेकिन....
कोर्ट ने कहा है कि राज्य सरकार की ओर से दो जुलाई को पेश शपथ पत्र के अनुसार राज्य की ऐजेंसियों ने 9 मई और 10 मई को मृत पक्षियों का पोस्टमार्टम करवाया है,लेकिन शवों के गलने और सडने के कारण मौत के कारणों का पता नहीं लगा है। हालांकि 12 मई को मृत पक्षियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि वायरल इंफेक्शन से मौत हुई है,लेकिन वायरस का पता नहीं लगा है।
आने वाले सीजन में तो बचाओ.....
न्याय मित्र एडवोकेट नितिन जैन ने कोर्ट को कहा कि जल्दी ही बारिश के कारण साभंर झील में पानी आएगा और मानसून समाप्त होने के कुछ दिनों के बाद से प्रवासी पक्षियों का आना भी शुरु हो जाएगा। इसलिए यह आने वाले सीजन में इन प्रवासी पक्षियों को मौत से बचाने के लिए जरुरी उपाय करना बहुत आवश्यक है।
तो वैज्ञानिक और अफसरों के नाम बताओ.....
कोर्ट ने सांभर साल्ट लि.और ठेकेदारों की ओर से बनाए जाने वाले नमक के साथ ही अवैध रुप से नमक बनाने वालों की पहचान करने के वैज्ञानिक और अफसरों से संपूर्ण झील का निरीक्षण करवाने का निर्णय किया है। कोर्ट ने इसके लिए महाधिवक्ता,अतिरिक्त महाधिवक्ता और न्याय मित्र को एक सप्ताह में नाम कोर्ट में पेश करने के निर्देश देते हुए आगामी निर्देशों के लिए सुनवाई 27 जुलाई को तय की है।
Published on:
08 Jul 2020 07:48 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
