-काम की रफ्तार बेहद धीमी, रोज लगता है जाम, वाहन चालक परेशान
-महेन्द्र सिंह शेखावत
श्रीगंगानगर. इसी माह के प्रथम सप्ताह की बात है। नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया ने महाराष्ट्र में 105 घंटे 33 मिनट में बिना रुके काम करके 75 किलोमीटर सड़क बनाने का रिकॉर्ड काम किया है। मतलब पांच दिन से भी कम समय में सड़क बनाकर तैयार कर दी गई। अब बात हमारे श्रीगंगानगर शहर की। यहां चहल चौक से नाथावाला तक मात्र चार किमी लंबी सीसी सड़क पांच माह बीतने के बाद भी अधूरी है। एक तरफ की सड़क जरूर बनकर तैयार हो चुकी जबकि दूसरी तरफ का काम जारी है। सिंगल सड़क होने तथा यातायात का दवाब ज्यादा होने कारण सड़क पर सुबह शाम जाम लगता है। रोज सैकड़ों वाहन चालक परेशान होते हैं। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के काम लगभग चौपट सा हो गया है। धीमे निर्माण के पीछे सार्वजनिक निर्माण विभाग की दलील है कि निर्माण सामग्री का संकट होने के कारण काम बाधित हुआ। विभाग का दावा है कि अब काम रात दिन काम करके इसकी भरपाई की जाएगी।
चहल चौक से नाथावाला तक सीसी सड़क बननी है। इसके बाद नाथांवाला से लालगढ़ जाटान हवाई पट्टी तक डामर रोड बनेगी। इसके अलावा रिको में जनसेवा अस्पताल के आगे बरसात में पानी भराव की समस्या को देखते हुए यहां भी चार सौ मीटर सीसी रोड बनेगी। सीसी रोड का काम पूर्ण होने के बाद ही डामरीकरण का काम शुरू होगा।
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बारिश आई तो बढ़ जाएगी समस्या
अभी मानसून सीजन सिर पर है। यह कभी सक्रिय हो सकता है। प्रदेश में कई जगह मानसून पूर्व की बरसात हो भी चुकी है। श्रीगंगानगर में बरसात आई तो सड़क निर्माण कार्य में बाधा पड़नी ही है। हालांकि विभाग तय डेडलाइन में काम पूरा करने का दावा कर रहा है। लालगढ़ जाटान तक 17 किमी सड़क निर्माण कार्य पूरा करने की डेडलाइन पांच नवम्बर 2022 है।
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सबसे प्रमुख मार्ग, यातायात ज्यादा
निर्माणाधीन सड़क शहर की सबसे व्यस्त सड़क है। हनुमानगढ़ एवं हरियाणा से जोड़ने वाली यह प्रमुख सड़क है। प्रमुख मार्ग होने के कारण इस पर यातायात भी ज्यादा रहता है। इस रोड पर विभिन्र व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के अलावा विभिन्न शैक्षिक संस्थाएं और चिकित्सा संस्थान भी हैं। काफी धार्मिक स्थान भी इसी मार्ग पर हैं, इससे श्रद्धालुओं को आवागन में परेशानी होती है। इसके अलावा बहुत सी निजी कॉलोनियां भी इसी रोड पर है। इस वजह से रोजाना सैकड़ो वाहनों की आवाजाही रहती है। सड़क निर्माण के चलते अभी बसों आदि का आवागमन बारहमासी नहर के आगे अबोहर बाइपास होते हुए एसएसबी रोड़ से हो रहा है। इस वैकल्पिक मार्ग में बसों को ज्यादा दूरी तय करनी पड़ रही है।
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काम ही चौपट हो गया, बोले व्यापारी-दुकानदार
लंबे समय रोड का निर्माण चल रहा है। रोड बनने से पूर्व प्रतिदिन 30 से 40 हजार का काम होता था, लेकिन अब सब काम ठप पड़ा है। मिट्टी उड़ने से परेशानी हो रही है।
– मोहन नेहरा, व्यापारी, हनुमानगढ़ रोड
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दिन में तीन से चार बार झाड़ू निकालनी पड़ती है। मिट्टी उड़ने से सारा सामान गन्दा हो जाता है। पता नहीं कब यह सड़क साफ होगी। ग्राहकी भी कम है। जो ग्राहक आते हैं सामान पर मिट्टी देखकर पलट जाते हैं।
-अमित कुक्कड़, दुकानदार, हनुमानगढ़ रोड
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सड़क की वजह से मेडिकल का काम 20 प्रतिशत ही रह गया है। सारे दिन धूल मिट्टी उड़ती रहने से दुकान की साफ-सफाई में जुटे रहते हैं। अभी तक नुकसान ही हुआ है। खर्चे भी पूरे नहीं हो रहे हैं।
-दीपक शर्मा, दवा व्यवसायी, हनुमानगढ़ रोड
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इनका कहना है
पिछले कुछ समय में सड़क निर्माण सामग्री का पूरे प्रदेश में संकट था लेकिन अब वह दूर हो चुका है। सड़क निर्माण कार्य व्यवधान का यही प्रमुख कारण है। अब ठेका फर्म ने दिन और रात दोनों समय में यह काम पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उम्मीद है कि निर्धारित अवधि में यह निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
– पवन यादव,एसई सार्वजनिक निर्माण विभाग,श्रीगंगानगर
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फोटो कैप्शन- नाथावाला के पास से ड्रोन से ली गई फोटो में साफ नजर आ रहा है कि सीसी सड़क एक तरफ की बनी हुई है।