1992 में राहुल रॉय को एक बार फिर से महेश भट्ट के निर्देशन में बनी फिल्म जुनून में काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में राहुल ने अपने नेगेटिव किरदार से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इसी साल राहुल रॉय की सपने साजन के, जनम, गजब तमाशा, दिलवाले कभी ना हारे जैसी फिल्में प्रदर्शित हुई लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म टिकट खिड़की पर कामयाब नही हुई। 1993 में राहुल रॉय को एक बार फिर से महेश भट्ट की फिल्म फिर तेरी कहानी याद आयी में काम करने का अवसर मिला। यह फिल्म टेलीविजन के लिए बनाई गई थी। फिल्म को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।