गांधी जी मेरे आदर्श और भारत मेरे लिए तीर्थ समान है- मार्टिन लूथर किंग 'जूनियर'
जयपुरPublished: Jan 30, 2020 04:21:09 pm
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों और उनके व्यक्तित्व का प्रभाव भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर है। दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला से लेकर अमरीका के मार्टिन लूथर किंग जूनियर भी उनके विचारों के प्रशंसक थे। अमरीकी अश्वेत नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों के आंदोलन के अगुवा मार्टिन लूथर गांधी जी को अपना नायक मानते थे और एक शिष्य के रूप में महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात करते थे।


मार्टिन लूथर किंग 'जूनियर'
10 फरवरी, 1959 को वे अपनी ऐतिहासिक भारत यात्रा पर आए थे। 61 साल पहले उन्होंने छह दिनों की लंबी यात्रा के बाद गांधी जी की धरती पर कदम रखा था। उन्होंने साक्षात्कार में कहा था कि भारत उनके लिए तीर्थ है। आइए जानते हैं किंग जूनियर की नजर से गांधी जी और उनके भारत की तस्वीर।
भारत की पहली यात्रा पर उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्हें इंडिया गेट के पास बने एक लग्जरी होटल में ठहराया गया। अभी वे अपनी थकान भी उतार नहीं पाए थे कि सूचना आई कि लॉबी में एक प्रेस सम्मेलन रखा गया है। लॉबी में एकत्र हुए दो दर्जन पत्रकारों के सम्मुख उन्होंने कहा कि 'अन्य देशों में मैं एक पर्यटक के रूप में जाता हूं, लेकिन भारत में मैं तीर्थयात्री के रूप में आया हूं। यहां उन्होंने अमरीका और उनसे जुड़े बहुत से सवालों के जवाब दिए।