
रेकॉर्ड पलायन क्या खड़ी कर देगा बाइडेन के लिए मुसीबतें?
नई दिल्ली। अमरीकी-मैक्सिको सीमा पर प्रवासी क्रॉसिंग अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। प्रतिदिन हजारों लोग अमरीका में प्रवेश करने के लिए मैक्सिको की सीमा पार करने का प्रयास कर रहे हैं। बीते सप्ताह रोजाना 10,000 से अधिक लोगों ने अमरीका में प्रवेश किया। लेकिन मैक्सिको चाहे भी तो अकेले इस समस्या का हल नहीं निकाल सकता।
अमरीका के लिए क्या है चुनौती?
संकट अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को दबाव में डाल रहा है क्योंकि यह चुनावी वर्ष है। प्रवासन और सीमा, चुनावों में शीर्ष मुद्दे होने की संभावना है। प्रवासियों की यह असाधारण संख्या अमरीकी-मैक्सिको सीमा पर तीन साल के लंबे संकट का अब तक का सबसे गंभीर मोड़ है, जिसने स्थानीय संसाधनों पर बोझ बढ़ाया है। साथ ही अनगिनत प्रवासियों को अधर में छोड़ा है।
क्यों बढ़ रहा पलायन?
मैक्सिको के रास्ते अमरीका में घुसने वालों में वेनेजुएला, क्यूबा, होंडुरास, निकारगुआ और हैती आदि देशों के प्रवासी शामिल हैं। वहीं मैक्सिको के कुछ हिस्सों में बढ़ती हिंसा ने भी पलायन को बढ़ाया है। शरण और बेहतर जीवन की तलाश में लोग अमरीकी-मैक्सिको सीमा पार करते हैं। इन बिगड़ते हालातों के बीच दोनों देश रेकॉर्ड प्रवासन से निपटने के लिए हाल में सहमत भी हुए हैं।
किन शहरों पर बड़ा बोझ?
बढ़ती तादाद से अमरीका के न्यूयॉर्क, टेक्सास, शिकागो और मैसाचुसेट्स जैसे शहर भरे हुए हैं। पूर्व में अधिकांश प्रवासियों में केवल एकल वयस्क होते थे लेकिन अब तेजी से बढ़ती हिस्सेदारी बच्चों वाले परिवारों की है। ऐसे में इन्हें इनके देश वापस भेजना मुश्किल है। लोग अपना देश अलग-अलग कारणों से छोड़ते हैं। विदेशियों को निर्वासित किया जा सके , इसके लिए अमरीका को और अधिक राजनयिक व्यवस्थाओं पर बातचीत की आवश्यकता है।
Published on:
04 Jan 2024 12:17 pm
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