आईओए की पहली महिला अध्यक्ष बनने पर केंद्रीय कानून मंत्री और पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने पीटी उषा को बधाई दी। 26 नवंबर को, 58 वर्षीय उषा ने सोशल मीडिया पर सभी को सूचित किया था कि उन्होंने अगले महीने आईओए चुनावों में शीर्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। आईओए चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा 27 नवंबर को समाप्त हो गई। लेकिन आईओए अध्यक्ष पद के लिए पीटी उषा के खिलाफ किसी और का नामांकन नहीं आया। ऐसे में उन्होंने निर्विरोध इस रेस को अपने नाम किया।
आईओए चुनाव के रिर्टनिंग ऑफिसर उमेश सिन्हा ने बताया कि 27 नवंबर तक शीर्ष पद के लिए कोई और नामांकन नहीं मिला। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने भी रिजिजू के ट्वीट को रीट्वीट किया, महान गोल्डन गर्ल, पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर बधाई। मैं अपने देश के सभी खेल हीरो को प्रतिष्ठित आईओए के पदाधिकारी बनने पर बधाई देता हूं। एक राष्ट्र के रूप में उन पर गर्व है।”
बताते चले कि पीटी उषा ने एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक और सात रजत पदक जीते हैं। उनके नाम से तेज दौड़ने वाली लड़कियों के लिए भारत में यह कहावत प्रचलित हो गई है ‘अरे, तुम तो पीटी उषा हो गई’। इधर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की नई कार्यकारी समिति के लिए 10 दिसंबर के चुनाव के दौरान नव-निर्वाचित एथलीट आयोग द्वारा मतदान के लिए चुने गए एसओएम के आठ खिलाड़ियों में उषा शामिल हैं।
उड़नपरी पीटी ऊषा आईओए की 16वीं अध्यक्ष हैं। वो एक्टिंग प्रेसिडेंट आदिल सुमरीवाला की जगह लेंगी। दिसंबर 2017 से मई 2022 तक नरेंद्र बत्रा प्रेसिडेंट रहे। इसके बाद 25 मई को अनिल खन्ना एक्टिंग प्रेसिडेंट बनाए गए। 21 अगस्त को उनकी जगह सुमरीवाला ने ली। अब ऊषा फुलटाइम IOA प्रेसिडेंट बन गई हैं। चुनाव में एकमात्र उम्मीदवार होने के चलते 10 दिसंबर 2022 को नतीजों से पहले ही वह IOA की प्रेसिडेंट बन गईं।