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Tokyo Olympic 2021: जोखिम के बावजूद अमरीका जाएंगे स्टार मुक्केबाज विकास कृष्ण, ट्रेनिंग के लिए मांगी अनुमति

Highlights 69 किलोग्राम भारवर्ग के इस मुक्केबाज (Boxing) का कहना है कि उन्हें साई के महानिदेशक से हरी झंडी मिलने का इंतजार। विकास का कहना है कि वे तीन महीने के लिए जाएंगे, उनका लक्ष्य ओलंपिक में स्वर्ण पदक पाना है।

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vikas krishna

मुक्केबाज विकास कृष्ण।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंम्पिक 2021 (Tokyo Olympic 2021) की तैयारियों को लेकर कई खिलाड़ी स्पेशल ट्रेनिंग का मन बना रहे हैं। मगर कोरोना महामारी (Coronavirus) ने मजूबर कर दिया है। विदेशों में जाकर इस तरह की ट्रेनिंग लेने का फायदा उन्हें प्रतियोगिता में हो सकता है। ओलंम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके मुक्केबाज विकास कृष्ण पेशेवर ट्रेनिंग के लिए अमरीका जाने का प्रयास कर रहे हैं। वे भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। 69 किलोग्राम भारवर्ग के इस मुक्केबाज का कहना है कि उन्हें साई के महानिदेशक से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। उनसे मंजूरी मिलते ही वे कुछ दिनों के लिए विदेश चले जाएंगे। इसके बारे में जल्द सूचना मिल जाएगी।

जीवन को भी खतरे में डाल सकते हैं

उनकी ट्रेनिंग कितने दिनों की होगी, इस पर विकास ने कहा कि वे तीन महीनों के लिए वहां पर जाएंगे। उनका लक्ष्य ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतना है। इसके लिए वे अपने जीवन को भी खतरे में डाल सकते हैं। अमरीका में कोरोना वायरस चरम पर है। मगर इसके बावजूद वे वहां पर ट्रेनिंग लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा 'विमान सेवाएं शुरू हो गई है और मैं पूरी सुरक्षा के साथ सफर करूंगा। वह यहां पर किसी होटल में समय बिताने के की बजाए क्वारंटीन में समय बिताएंगे और ट्रेनिंग पर पूरी तरह से फोकस करेंगे। विकास ने अमरीका में ट्रेनिंग के स्थान को बताने से इनकार कर दिया है'।

न्यूयॉर्क में ट्रेनिंग कर चुके हैं

उनका कहना है कि ट्रेनिंग शेड्यूल के बारे में वे बाद में बात करेंगे। पहले उन्हें मंजूरी मिल जाए। उनका कहना है कि वह पहले भी न्यूयॉर्क में ट्रेनिंग कर चुके हैं। इस बार वेन्यू बदल गया है। वे अपने प्रोमोटर्स से चर्चा कर रहे हैं। वे उन्हें ट्रेनिंग में मदद कर सकेंगे। कुछ पेशेवर मुकाबले होंगे क्योंकि अब तो अमरीका में पेशेवर मुक्केबाजी शुरू हो गई है। इस यात्रा में वे अकेले जाएंगे। इस दौरान कोई भी परिवार का सदस्य साथ नहीं होगा।

उन्होंने बताया कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) को इसकी जानकारी है और वह पूरा समर्थन कर रही है। महासंघ हर स्तर पर उन्हें ओलम्पिक स्वर्ण पदक जीतने के सपने को हासिल करने में मदद कर रही है। एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक जीतने वाले विकास अगले वर्ष अपना तीसरा ओलम्पिक खेलने वाले हैं।