7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रैक्टर की चपेट में आने से 3 वर्षीय बच्चे की मौत, शव को देख फफक-फफक कर रोया पिता, मां हुई बेसुध

अनूपगढ़ क्षेत्र के गांव 77 जीबी में स्थित चंचल ईंट भट्ठे पर ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हो गई।घटना में चपेट में आए बच्चे की आयु महज 3 वर्ष हैं। मृतक के माता-पिता ईंट भट्ठे पर काम करते हैं।

2 min read
Google source verification

अनूपगढ़ क्षेत्र के गांव 77 जीबी में स्थित चंचल ईंट भट्ठे पर ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हो गई। घटना में चपेट में आए बच्चे की आयु महज 3 वर्ष हैं। मृतक के माता-पिता ईंट भट्ठे पर काम करते हैं। हादसा होते ही ईंट भट्ठे के श्रमिक तथा परिजन बच्चे को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं घटना की सूचना पर पुलिस ने पहुंच कर मामले की जानकारी जुटाई और शव को पस्तमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। अबोध बालक का शव देख माता पिता का रो-रोकर बुरा हाल है, मां बच्चे का शव देख सुधबुध खो बैठी।

जानकारी के अनुसार 3 वर्षीय सुखदेव राम लखन पुत्र हरपाल निवासी परौर ( उत्तरप्रदेश ) ईंट भट्ठे पर बनी अपनी झोपड़ी के बाहर खेल रहा था। उसी दौरान झोपड़ी के पास से गुजर रहे एक ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आ गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई, देखते ही देखते कई श्रमिक मौके पर एकत्र हो गए। परिजन तथा कुछ श्रमिक बच्चे को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची। अस्पताल में जांच के लिए आई पुलिस के समक्ष परिजनों ने ट्रैक्टर चालक पर लापरवाही से ट्रैक्टर चलाने का आरोप लगाते हुए पुलिस से ट्रैक्टर चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मृतक के पिता रामलखन पुत्र हरपाल कश्यप निवासी गांव परोर थाना परोर जिला शाहजहापुर उत्तरप्रदेश ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि वह चंचल ईंट उधोग 77 जीबी में मजदूरी करता है। हरवंश सिंह कम्बोज सिख ने ट्रैक्टर तेज गति व लापरवाही से चलाकर उसके बच्चे को कुचल दिया जिससे उसके बच्चे की मौत हो गई।

यह भी पढ़ें : महिला को डायन बताकर गरम भाले से दागा, बाल काटे, गांव में घुमाया, अमानवीय यातनाएं दी

दो माह पहले मजदूरी के लिए आए थे उत्तरप्रदेश से

मृतक के चाचा शेर सिंह ने बताया कि वह 2 महीने पहले ही इस ईंट भट्ठे पर काम करने के लिए आए थे। शनिवार वह अपने भाई और अन्य परिजनों के साथ झोपड़ी में रसोई बनाने का काम कर रहे थे। उस समय उसका भतीजा सुखदेव घर के बाहर खेल रहा था कि यह हादसा हो गया।

यह भी पढ़ें : फार्म पोंड में डूबने से दो बच्चे की मौत, मचा कोहराम, एक ही चिता पर किया अंतिम संस्कार