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श्री गंगानगर

रामदेवरा जाते समय बिछड़ा चेतन सात साल बाद घर लौटा

श्रीकरणपुर उपखंड के गांव 52 एफ से लापता चेतन राम पुत्र बंसी राम नायक सात साल बाद अपने घर लौट आया है। उसके घर लौटने पर परिजन फूले नहीं समा रहे। जैसे ही चेतन गांव पहुंचा परिजनों की आंखों से खुशी से आंसू बह निकले। जिसके जिंदा होने की भी आस नहीं थी उसे सामने पाकर परिजन खुशी में फूले नहीं समा रहे थे। वे केवल टकटकी लगाए चेतन को निहारते रहे। उसे कर्नाटक से गांव के ही परविंदर सिंह, कृष्ण राम,बलबीर सिंह व भाई राजू को लेकर लौटे है।

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-घर में खुशी का आलम
गजसिंहपुर (श्रीगंगानगर). श्रीकरणपुर उपखंड के गांव 52 एफ से लापता चेतन राम पुत्र बंसी राम नायक सात साल बाद अपने घर लौट आया है। उसके घर लौटने पर परिजन फूले नहीं समा रहे। जैसे ही चेतन गांव पहुंचा परिजनों की आंखों से खुशी से आंसू बह निकले। जिसके जिंदा होने की भी आस नहीं थी उसे सामने पाकर परिजन खुशी में फूले नहीं समा रहे थे। वे केवल टकटकी लगाए चेतन को निहारते रहे। उसे कर्नाटक से गांव के ही परविंदर सिंह, कृष्ण राम,बलबीर सिंह व भाई राजू को लेकर लौटे है।
गौरतलब है कि सात साल पहले लापता हुए चेतन की जिंदा होने की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो क्लिप से मिली थी। जिसमें वह अपना नाम बताते हुए अन्य परिजनों के नाम बता रहा था। चेतन के जिंदा होने की जानकारी के बाद परिजनों की सूचना पर प्रशासन भी हरकत में आ गया था व पड़ताल शुरु हुई। वायरल वीडियो की पड़ताल पर चेतन के कर्नाटक राज्य के एक अनाथ आश्रम में होने की जानकारी मिली। लंबे अंतराल के बाद चेतन आखिर परिजनों और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से चेतन घर लौट आया। तीन वर्ष पहले उसके पिता की मौत हो चुकी है।
परीजनों ने बताया कि चेतन राम नायक करीबन सात साल पहले जैसलमेर के रामदेवरा जाते वक्त लापता हो गया था। चेतन की हर तरह से तलाश की गई किंतु उसका कहीं भी कोई अता पता नहीं चला था उन्होंने उसके जिंदा होने तक की भी आज छोड़ दी थी। परिजनों ने चेतन राम की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई थी। चेतन के दो छोटे भाई है जो अपनी मां के साथ रहते हैं। यह परिवार यह परिवार पलविंदर सिंह के यहां दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजर-बसर कर रहा है चेतन के लौटने की उसके भाइयों और मां को खुशी है।