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श्रीगंगानगर में साइबर क्राइम रोकथाम के लिए जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन

नई पहल: बैंक और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी भी किए शामिल

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श्रीगंगानगर. जिले में साइबर अपराधों को रोकने और तेजी से निपटाने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। जिले में अब साइबर टास्क फोर्स में पुलिस के साथ ही बैंक और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे। साइबर धोखाधड़ी, ऑनलाइन जालसाजी, बैंकिंग और डिजिटल धोखाधड़ी से संबंधित मामलों का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। त्वरित अनुसंधान इकाई के एडिशनल एसपी रामेश्वरलाल की अगुवाई में इस टास्क फोर्स का गठन किया गया है। एसपी गौरव यादव ने बताया कि इलाके में बढ़ रहे साइबर अपराधों पर नियंत्रण पाना और पीड़ितों को तत्काल राहत देने के लिए फोर्स में जिले के सभी बैंकों के प्रतिनिधि और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी शामिल हैं, जो पुलिस के साथ मिलकर अपराधियों को पकड़ने और साइबर अपराधों का जल्द से जल्द पर्दाफाश करने में मदद करेंगे।
बैँक से तत्काल रहेगा सहयोग
शुक्रवार को रिजर्व पुलिस लाइन में इस टास्क फोर्स की पहली बैठक आयोजित हुई, इसमें एसपी गौरव यादव, पुलिस उप अधीक्षक एवं साइबर थाना प्रभारी कुलदीप वालिया, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के जयप्रकाश और जिले के बैंकों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे। फोर्स प्रभारी एडशिनल एसपी रामेश्वरलाल ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के बाद बैँक के संबंधित खाते को होल्ड करवाने के लिए कई बार समन्वय नहीं बनने से देरी होती है, ऐसे में ठगबाज पेमेंट निकाल चुका होता है। लेकिन अब फोर्स गठित होने पर बैँको के नोडल अधिकारियों को बैँकों में बिना तस्दीक किए चालू खाता खोलने आदि पहलूओं पर फोकस करने के बारे में इस पहली बैठक में जानकारियां सांझी हुई है। फोर्स की ओर से जनजागरूकता की मुहिम चलाई जाएगी।