लेकिन नगर परिषद प्रशासन के सख्त तेवरों से यह अभियान अब रूकने वाला नहीं है। तीन वार्डो में अब अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई जाएगी। इसकी शुरुआत बारह अगस्त को सुबह आठ बजे होगी।
इसके लिए नगर परिषद प्रशासन ने आठ सदस्यीय कमेटी भी गठित की है। इंदिरा कॉलोनी और गुरुनानक बस्ती के इन तीनों वार्डो में अतिक्रमण हटाने से पहले वहां निशान लगाए जा चुके है। वार्ड ५९, ६३ और ५७ के लिए वहां के पार्षदों ने भी लोगों से नगर परिषद की ओर से चिह्नित किए गए निशान को देखते हुए स्वयं अतिक्रमण हटाने का आग्रह किया है।
इंदिरा कॉलोनी में पुराना राधा स्वामी सत्संग भवन से लेकर कबीर चौक तक जाने वाले मार्ग पर अतिक्रमण हटाने के लिए नगर परिषद प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। आयुक्त सचिन यादव ने इस संबंध में आठ सदस्यीय कमेटी गठित भी की है। इसका प्रभारी नगर परिषद सचिव विश्वास गोदारा को बनाया गया है। वहीं नगर नियोजक सहायक फरसाराम बिश्नोई, कनिष्ठ अभियंता सिद्धार्थ जांदू, पैरोकार प्रेम चुघ, स्वास्थ्य अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह, कनिष्ठ सहायक पवन कुमार और संबंधित एरिया के सफाई निरीक्षक को शामिल किया गया है।
इस कमेटी को वार्ड ५९ और ६३ के लिए बारह अगस्त को सुबह आठ बजे से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू करने और वार्ड ५७ की गुरुनानक बस्ती में १३ अगस्त को सुबह आठ बजे कब्जे तोडऩे के आदेश किए गए है। अतिक्रमण हटाने के उपरांत आयुक्त को रिपोर्ट पेश की जाएगी। सुखाडि़या मार्ग पर होटल खुराना के कॉर्नर से इंदिरा कॉलोनी के पुराने राधा स्वामी सत्संग भवन तक, वहां से कबीर चौक तक और वहां पुरानी शुगर मिल के पास आरयूबी तक यह रास्ता खुल सकेगा।
करीब तीन साल पहले नगर परिषद के तत्कालीन आयुक्त अशोक असीजा ने इस पूरी रोड को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कवायद भी शुरू की थी। लेकिन उनके तबादले के बाद यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई।
अब बढ़ते ट्रैफिक के कारण यह रोड इतनी संकरी है कि वहां से एक साथ दो चौपहिया वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकती। इसे देखते हुए पार्षदों ने भी नगर परिषद प्रशासन से रोड के दोनों साइडों में कब्जे हटाने का आग्रह किया है। इस पर नगर परिषद ने इस पूरी रोड पर अतिक्रमण को चिह्नित करते हुए वहां निशान भी लगाए है।