आबकारी सीआई मनीष कुमार व प्रहराधिकारी जेडी यादव ने बताया कि सोमवार देर रात करीब दो बजे बाद मुखबिर से सूचना मिली कि अबोहर पंजाब की तरफ जाने वाली सडक़ गांव साधुवाली में बनी दुकान पर अवैध शराब शराब तैयार की जा रही है। मय जाब्ते के वहां छापे की कार्रवाई की। जहां दुकान का शटर नीचा करके अवैध शराब तैयार की जा रही थी। मौके पर दो जने थे। जिनमें से एक आरोपी को दल ने दबोच लिया लेकिन एक आरोपी रात के अंधेरे में वहां से फरार हो गया। जिसकी बाइक वहां मिली है। अंदर जाकर देखा तो वहां भारी मात्रा में अवैध देसी शराब तैयार करने का सामान मिला। भारी मात्रा में सामान देखकर अधिकारी भी एकबार तो चौंक गए। मौके पर दल ने दुकान पर रहने वाले श्रवण कुमार पुत्र सुभाष को गिरफ्तार किया है। जबकि मौके से फरार हुए आरोपी तीन ई छोटी निवासी मोहनलाल पुत्र बद्रीराम तलाश की जा रही है। आरोपी को शाम को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था। बुधवार को आबकारी दल ने फरार हुए आरोपी तीन ई छोटी हाल झंडूवाला पंजाब निवासी मोहनलाल पुत्र बद्रीराम को पंजाब पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसको पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश हुए हैं। आरोपी का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है।
मौके से ये सामान किया था जब्त – आबकारी दल ने मौके से 209 प्लास्टिक थैलियो में प्लास्टिक के 30 हजार 96 खाली पव्वे, 5 प्लास्टिक थैलियो में 12 हजार 600 ढक्कन, 1200 गत्ता कर्टून, पैकिंग टेप 40 किलोग्राम। 38 हजार सादा देसी मदिरा के लेबल, एक पैकिंग मशीन मय मोटर, 8 प्लास्टिक जरीकनों में भरी 400 लीटर स्प्रीट तथा एक बाइक जब्त की है।
फैक्ट्री संचालक को किया नामजद – आबकारी दल के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी मोहनलाल से पूछताछ के बाद नकली देसी शराब बनाने की फैक्ट्री संचालक श्यामलाल पुत्र मदनलाल निवासी मीरा चौक को नामजद कर लिया गया है। फैक्ट्री संचालक की तलाश में संभावित स्थानों पर दबिश की कार्रवाई की जा रही है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
एक साल से चली रही थी फैक्ट्री – आबकारी दल के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी मोहनलाल से पूछताछ में जानकारी मिली है कि श्यामलाल की ओर से यह नकली शराब तैयार करने की फैक्ट्री करीब एक साल से चलाई जा रही थी। जिसमें देसी सादा मदिरा व देसी चीता मदिरा तैयार कर जिले में अवैध रूप से देसी शराब बेचने वालों को सप्लाई की जा रही थी। एक साल में यहां से लाखों पव्वे जिले में सप्लाई करने का अनुमान है।