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बेटे की ख्वाहिश… आठ बच्चियां पैदा की, नवीं बार थे जुड़वां, प्रसव के दौरान गई तीनों की जान

श्रीगंगानगर के लालगढ़ जाटान कस्बे का मामला, प्रसव के दौरान महिला की मौत, नहीं बच पाए जुड़वां शिशु

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श्रीगंगानगर। परिवार को वारिस देने के चक्कर में एक महिला ने एक-के-बाद-एक आठ बच्चियों को जन्म दे दिया। नवीं बार जब वह गर्भवती हुई तो उसके गर्भ में जुड़वा शिशु थे, लेकिन प्रसव के दौरान कमजोरी और अधिक रक्तस्त्राव के चलते जुड़वां शिशु और महिला की मौत हो गई।

मृतका के देवर ने दर्ज कराई मृग

मामला श्रीगंगानगर के लालगढ़ जाटान कस्बे का है। यहां वार्ड 20 निवासी राजेंद्र सिंह की 42 वर्षीय पत्नी मनजीत कौर की 21 जून को मौत हो गई। पहले से आठ बेटियों की मां मनजीत ने बेटे की चाह में फिर गर्भधारण किया था। इस बार गर्भ में जुड़वां थे। प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे जिला अस्पताल ले जाने के लिए रवाना हुए। रास्ते में अधिक रक्तस्राव होने मां और गर्भस्थ दोनों बेटियाें की मौत हो गई। मामले में मृतका के देवर कालासिंह ने लालगढ़ थाने में मृग दर्ज की गई है।

सोच बदलने की जरूरत

श्रीगंगानगर सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं। ऐसे में लोग खुद अपने परिवार के बारे बेहतर कदम उठा सकते हैं। बेटे की चाहत जैसी सोच अब बदलने की जरूरत है। प्रसव के दौरान महिला की मौत के संबंध में अधिकारियों से फीडबैक लेंगे।