6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

झारखंड की लाडो को अपनी ही बुआ ने बेचा, दिल्ली से बच-बचाकर पहुंची राजस्थान और फिर जो हुआ

Human Trafficking : झारखंड की एक बच्ची को उसकी अपनी बुआ ने ही चंद पैसों के लिए बेच डाला। घर से लापता होने पर उसके पिता ने झारखंड पुलिस थाने में रपट दर्ज करवाई। अपनी ही बुआ ने बच्ची को एक युवक के हाथों सौंप दिया, जिसके बाद बच्ची को दिल्ली लाया गया।

2 min read
Google source verification

श्रीगंगानगर. झारखंड की एक मासूम बालिका चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रयासों से सकुशल अपने घर पहुंच गई। बालिका को उसकी बुआ ने ही मानव तस्करी में संलिप्त गिरोह को सौंप दिया था। गिरोह के लिए काम करने वाला एक युवक बालिका को दिल्ली लाया और उसे एक व्यक्ति को बेच दिया। किसी तरह बालिका वहां से भाग कर श्रीगंगानगर पहुंच गई। जवाहरनगर थाना पुलिस के गश्ती दल को 19 मार्च की रात एसएसबी रोड पर एक रिसोर्ट के बाहर बालिका बदहवासी की हालत में मिली। पुलिस ने चाइल्ड हेल्पलाइन से मदद मांगी तो उन्होंने बाल कल्याण समिति के संपर्क नंबर दिए और रात्रि में बालिका को बाल कल्याण समिति के आदेश से ड्यूटी ऑफिसर रामसिंह शेखावत व जगदेव सिंह ने विवेक आश्रम, मोहनपुरा रोड में आश्रय दिलाया। विवेक आश्रम के अधीक्षक अंकित मित्तल, परामर्शदाता प्रियंका सिंह एवं चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्यों ने कई दिनों तक काउंसलिंग की। झारखंड के लापता हेल्प डेस्क के प्रभारी मन्नू शर्मा का भी बालिका के परिजनों तक पहुंचने व उनसे संपर्क करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा।

भागकर यहां पहुंची

चाइल्ड हेल्पलाइन के समन्वयक त्रिलोक वर्मा ने बताया है कि बालिका ने काउंसलिग में बताया कि वह झारखंड के राजा बिहठा, गोंडा की रहने वाली है। उसकी बुआ ने उसे अमीर हमजा नामक लड़के के साथ काम दिलाने के लिए दिल्ली भेज दिया। बालिका ने बताया कि हमजा उसे व तीन अन्य लड़कियों को दिल्ली लेकर आया। एक-दो दिन बाद वह उसे किसी के घर लेकर गया और वहीं छोड़कर पैसे लेकर चला गया। बालिका ने बताया कि उस घर में उसने कई दिन तक काम किया। एक दिन मौका पाकर वह वहां से भाग कर स्टेशन पहुंच गई और ट्रेन में बैठकर श्रीगंगानगर पहुंच गई।

पिता के हवाले किया

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जोगेंद्र कौशिक ने बताया की बालिका के परिजनों का पता लगाने में विवेक आश्रम के स्टॉफ का सराहनीय प्रयास रहा। परिजनों से संपर्क होने के बाद शुक्रवार को राजा बिहठा पुलिस थाना,गोंड़ा के जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक विनय कुमार मंडल, हवलदार तेज नारायण रविदास, महिला सिपाही एवं बालिका के पिता बालिका को लेने श्रीगंगानगर पहुंचे। झारखंड से आए पुलिस अधिकारी ने बताया कि बालिका के लापता होने का मुकदमा उसके पिता ने दर्ज करवा रखा है। आरोपी अमीर हमजा को गिरफ्तार कर लिया है। बालिका की बुआ अभी फरार है।आवश्यक कार्रवाई के बाद बालिका को परिजनों को सौंप दिया गया। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति सदस्य डॉ. रामप्रकाश शर्मा, विवेक आश्रम सचिव साध्वी रीतू बाला,परिवीक्षा अधिकारी हेमन्त वर्मा,केयर टेकर अंजली आदि उपस्थित रहें।

यह भी पढ़ें : दो घंटे लाइन में खड़े रहने के बाद पता चला वोट तो डल चुका