सोलह गोलियों से किया था जॉर्डन को छलनी जिला पुलिस का कहना है कि जिस अन्तरराज्यीय लॉरेंस गैंग का नाम सामने आया है, उस गैंग की जांच एसओजी पहले से ही कर रही है। ऐसे में इस प्रकरण में अपराधी गिरोह को पकडऩे में आसानी रहेगी।
ट्रेनर की कनपटी पर पिस्तौल लगवाकर खुलवाया दरवाजा और कर दिया हिस्ट्रीशीटर जॉर्डन का कत्ल पुलिस परिजनों के अपने-अपने दावे एडिशनल एसपी सुरेन्द्र सिंह का कहना था कि एसओजी अपने स्तर पर विभिन्न प्रदेशों में संचालित ऐसे गिरोह को पकडऩे के लिए अलग जांच करती है, इस कारण जांच में एसओजी का सहयोग मांगा गया है। लेकिन मृतक जॉर्डन के परिजनों ने इसके विपरीत दावा किया कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर विश्वास नहीं है।
राजस्थान में यहां अलसुबह चला खूनी खेल, जिम में कसरत कर रहे हिस्ट्रीशीटर पर दागीं आधा दर्जन से ज्यादा गोलियां करीब एक सप्ताह पहले पुलिस प्रशासन को जॉर्डन को किसी गैंग की ओर से सुपारी लेकर हत्या करने की धमकी के बारे में बताया गया था लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। जॉर्डन के रिश्तेदार अजय सहारण का कहना था कि उनका स्थानीय पुलिस से भरोसा उठ चुका है, पुलिस को यह पहले से जानकारी थी कि बड़ी वारदात हो सकती है। इसके बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं बरती।
दो साल पहले भी जिम में इसी तरह हुआ था मर्डर परिजनों ने की थी एसओजी की मांग मंगलवार को जॉर्डन की हत्या के बाद उसके परिजनों ने इस मामले की जांच एसओजी से कराने की मांग की थी। इस पर पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र कुमार महावर ने प्रकरण से तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए जांच एसओजी को सुपुर्द करने का आग्रह किया था। इस पर बुधवार को प्रदेश के एटीएस एवं एसओजी के पुलिस महानिरीक्षक दिनेश एमएन ने
जयपुर एसओजी के एडिशनल एसपी संजीव भटनागर के पर्यवेक्षण में एक टीम गठित करने के आदेश जारी कर दिए।