6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

International Nurses Day 2023: पिता व परिजन करते रहे इंतजार…नर्स बेटे ने निभाया अपना ‘पहला’ फर्ज

International Nurses Day 2023: रोगी की सेवा ही एक नर्स का सबसे बड़ा फर्ज है। इसका उदाहरण अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर शुक्रवार सुबह स्थानीय रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला।

2 min read
Google source verification
photo_2023-05-13_11-57-08.jpg

श्रीकरणपुर. International Nurses Day 2023: रोगी की सेवा ही एक नर्स का सबसे बड़ा फर्ज है। इसका उदाहरण अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर शुक्रवार सुबह स्थानीय रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। एक नर्सिंगकर्मी ने अपने पिता व परिजन को छोड़ प्लेटफार्म पर ट्रेन से गिरी महिला की सार-संभाल कर फर्ज निभाया। एम्बुलेंस के पहुंचने से पहले ही मौके पर प्राथमिक चिकित्सा कर दी गई। बाद में महिला को सीएचसी से जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया।


यह भी पढ़ें : पहले दोस्ती गांठी, फिर शादी का झांसा दे बनाए संबंध, अब किया ऐसा कि...

जानकारी अनुसार रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह साढ़े आठ के करीबबीकानेर-सरायरोहिल्ला ट्रेन से उतरने के दौरान महिला रानी (40) पत्नी मुंशीराम वर्मा निवासी केसरीसिंहपुर प्लेटफार्म पर गिरकर गंभीर घायल हो गई। मौके पर भीड़ जमा होती देख वहां मौजूद नर्सिंग ऑफिसर कैलाश चंद ने तुरंत उसे संभाला और रेलवे की ओर से उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट से प्राथमिक चिकित्सा दी। इस कार्य में करीब 15-20 मिनट लगे लेकिन तब तक वहां एम्बुलेंस नहीं पहुंची थी। इस पर घायल महिला को ई-रिक्शा से राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया। वहां सिर में लगी चोट पर टांके आदि के बाद उसे जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया। घटनाक्रम के बाद रेलवे स्टेशन पर खड़े लोगों व सीएचसी स्टाफ ने नर्सिंगकर्मी कैलाश की सेवा भावना की सराहना की।


यह भी पढ़ें : लोन लिया नहीं, क्रेडिट कार्ड भी नहीं लिया...भी सिबिल स्कोर हुआ खराब...जानिए कैसे हुआ फ्रॉड

मेरे पिता व अन्य परिजन को लेने रेलवे स्टेशन गया था। इस दौरान महिला के गिरने की घटना होने पर परिजन को रिसीव करने की बजाय अपना फर्ज जरूरी समझा। घायल महिला की मौके पर ही प्राथमिक चिकित्सा देकर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। इससे मन को काफी संतुष्टि महसूस हुई। कामना है कि घायल महिला के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।- कैलाशचंद, नर्सिंग ऑफिसर सीएचसी श्रीकरणपुर।