गैंगस्टर आरजू बिश्नोई गैंग के निर्देश पर आए थे यहां शूटर्स
दिल्ली स्पेशल सेल का कहना है कि श्रीगंगानगर के पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के भानजे सुनील पहलवान की हत्या की योजना बना रहे थे। उन्हेांने दो बार रैकी भी की थी। उनके पास से एक जीपीएस ट्रेकिंग डिवाइस भी बरामद हुई है। उन्हें गैंगस्टर आरजू बिश्रोई से निर्देश मिल रहे थे, जो अब स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है। लेकिन वह पहले लॉरेंस बिश्रोई सिंडिकेट का हिस्सा था। इस गैंग की पहली टीम में शूटरों बादल, संदीप और प्रमोद ने सुनील पहलवान के घर के आसपास रैकी की थी। वहीं दूसरी टीम के शूटरों साहिल और अमर ने रैकी की जिम्मेदारी संभाली। दिल्ली की इस सेल ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही जा रही और यह भी जांच की जाएगी कि क्या वे किसी तरह से बाबा सिद्दकी पर हमले से जुड़े हुए है या नहीं।
एक साल पहले मिली थी जान से मारने की धमकी
पिछले साल 29 अक्टूबर को गंगानगर के तत्कालीन विधायक राजकुमार गौड़ के भांजे सुनील पहलवान को को गैंगस्टर की ओर से जान से मारने की धमकी मिली थी। इस संबंध में सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच भी की। इस रिपोर्ट में बताया था कि उसे मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को अनमोल बिश्नोई बताया और धमकी दी कि हमारे आदमियों की खिलाफ मत करो, नहीं तो जान से मार दिया जाएगा। पुलिस ने कॉल डिटेल भी निकलवाई थी लेकिन यह जांच आगे नहीं बढ़ पाई। पिछले साल धमकी देने वाले ने खुद को अनमोल बिश्नोई बताया था। पिछले साल शहर में अस्पताल ग्रुप को धमकी देने व प्रतिष्ठानों पर फायर करने, एक अन्य व्यापारी को धमकी देने के मामले सामने आए थे। इस मामले में पुलिस की ओर से अनमोल के साथियों को गिरफ्तार किया था। साधुवाली में पुलिस टीम पर फायर करने के मामले में भी फायर किया, जिसमें एक आरोपी घायल हुआ था। जबकि दो आरोपी पुलिस ने दबोच लिए थे। पहले पकड़े गए कुछ आरोपियों ने अनमोल की ओर से अपने गुर्गों को भेजकर फायर कराए जाना भी स्वीकार किया था।
दो दिन पहले आई थी यहां दिल्ली पुलिस, आरोपी को किया काबू
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि हनुमानगढ़ का मूल निवासी सुखराम यहां श्रीगंगानगर के पुरानी आबादी में ठहरा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह अपराधी पुरानी आबादी के पीजी में तीन दिन तक ठहरा था और उसने कई लडकों के साथ सुनील पहलवान के घर और उसके ऑफिस क्षेत्र में रैकी कराई थी। इधर, दिल्ली की स्पेशल सेल की रडार पर सुखराम को नाम शामिल था। दिल्ली से आई स्पेशल टीम ने इस आरोपी को काबू कर अपने साथ ले गई। एसपी ने बताया कि जिन लोगों ने रैकी करने में स्थानीय लोगों ने मदद दी है या पनाह दी है तो उन लोगों को काबू किया जाएगा। एसपी यादव ने बताया कि उन्होंने दिल्ली की स्पेशल टीम के साथ संपर्क किया है।