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जिला अस्पताल में लपकों पर कसेगा शिकंजा

निगरानी सख्त, सुरक्षा गार्डों को पहचान पत्र जांचने के निर्देश

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श्रीगंगानगर. जिला अस्पताल में मरीजों को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों और लैबों में ले जाने वाले दलालों (लपकों) के खिलाफ अस्पताल प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। लगातार मिल रही शिकायतों और सरकारी पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए निगरानी व्यवस्था मजबूत की गई है। साथ ही लपकों पर कार्रवाई के लिए विशेष कमेटी का गठन किया गया है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। यहां जांच व इलाज की अधिकांश सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध हैं, जिससे आमजन का भरोसा सरकारी अस्पतालों पर बढ़ा है। इसी का फायदा उठाते हुए निजी अस्पतालों व लैबों से जुड़े दलाल ओपीडी, वार्डों, एमरजेंसी और अस्पताल परिसर के बाहर सक्रिय रहते हैं। ये लपके सस्ते इलाज, शीघ्र जांच और बेहतर सुविधाओं का झांसा देकर मरीजों को निजी संस्थानों में ले जाते हैं, जहां उनसे इलाज व जांच के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है।
इन शिकायतों के बाद पीएमओ ने अस्पताल परिसर में सख्त निगरानी के निर्देश जारी किए हैं। सुरक्षा गार्ड प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर कुलदीप सिंह मान, एमसीएस आईसीयू प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर सोहनलाल वर्मा, एमरजेंसी प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर राकेश सिबू, डीएचएम सविंद्र सिंह सहित सभी वार्ड व नर्सिंग प्रभारियों को लपकों की पहचान कर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

इसलिए की जा रही है यह सख्ती

पीएमओ डॉ. सुखपाल सिंह बराड़ ने बताया कि जिला अस्पताल में सभी प्रकार की जांच और उपचार पूरी तरह नि:शुल्क हैं। बेहतर सुविधाओं के चलते निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या घटी है, इसी कारण निजी अस्पतालों व लैबों से जुड़े दलाल सक्रिय हुए हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार से विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। अभियान के दौरान संदिग्धों से पूछताछ कर मरीजों को गुमराह करते पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर पुलिस की मदद भी ली जाएगी।