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सोता रहा खुफिया तंत्र

एनकाउंटर के बाद जो बातें सामने आई हैं, उसके अनुसार गौंडर इस ढाणी में कई दिनों से पनाह लिए हुए था।

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सोता रहा खुफिया तंत्र

श्रीगंगानगर.

पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर विक्की गौंडर का दो अन्य गैंगस्टर के साथ हिन्दुमलकोट के पास एक ढाणी में पंजाब पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारा जाना कई सवाल खड़े करता है। एनकाउंटर के बाद जो बातें सामने आई हैं, उसके अनुसार गौंडर इस ढाणी में कई दिनों से पनाह लिए हुए था। यह ढाणी भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से ज्यादा दूर नहीं। इस इलाके पर पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसियों की भी नजर रहती है। लेकिन गौंडर जैसा कुख्यात बदमाश अपने साथियों के साथ इस ढाणी में कब आया, इसकी भनक न तो पुलिस को लगी और न ही अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने वाली खुफिया एजेंसियों को।

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पंजाब पुलिस ने इन गैंगस्टर को पनाह देने के आरोप में ढाणी के मालिक लखविन्द्रसिंह उर्फ लखा को पूछताछ के लिए साथ ले गई है। उसके बारे में यह कहा जा रहा है कि वह आपराधिक प्रवृत्ति का है। एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर प्रेमा लाहौरिया से भी इसकी रिश्तेदारी बताई गई है। इतना सब कुछ होते हुए भी हमारी पुलिस और खुफिया तंत्र लंबी तान कर सोया रहा। पंजाब पुलिस को इन गैंगस्टर के छिपे होने के ठिकाने का पता चल गया और उसने बिना राजस्थान पुलिस को सूचना दिए विक्की गौंडर और उनके साथियों का एनकाउंटर कर दिया। राजस्थान पुलिस और उसके खुफिया तंत्र के लिए यह स्थिति शर्मनाक ही कही जाएगी कि गौंडर के इस इलाके में बड़ी वारदात के लिए आने की सूचना के बावजूद उसने इसे गंभीरता से नहीं लिया और अब गौंडर को ढेर करने का सेहरा पंजाब पुलिस अपने सिर पर बांध कर जश्न मना रही है।

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एनकाउंटर जिस दिन हुआ उस दिन देश गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा था। सीमा पार से राष्ट्रविरोधी तत्वों के घुसपैठ कर बड़ी वारदात करने की आशंका के चलते बॉर्डर एरिया में कड़ी चौकसी के दावे भी किए जा रहे थे। लेकिन इस एनकाउंटर ने कड़ी चौकसी के सभी दावों की पोल खोल कर रख दी। पंजाब पुलिस ने कानूनी औपचारिकता पूरी करने के लिए राजस्थान पुलिस को उस समय सूचना दी जब 'खेलÓ खत्म हो चुका था और राजस्थान पुलिस के लिए तब स्थिति सांप गुजरने के बाद लकीर पीटने जैसी थी।