सूरतगढ़ थर्मल (श्रीगंगानगर). उपखंड क्षेत्र में भीषण गर्मी के दौरान जलसंकट के चलते हाहाकार की स्थिति है। ग्रामीणों के बार-बार शिकायत करने के बावजूद सुनवाई नहीं होने से आखिर उन्होंने आंदोलन की राह पकड़ ली। सूरतगढ़ थर्मल क्षेत्र के गांव चाड़सर में रविवार को ग्रामीण पानी की टंकी पर चढ़ गए। आखिर समझाइश के बाद पांच घंटे बाद वे टंकी से नीचे उतरे। निकटवर्ती ग्राम पंचायत ठुकराणा के गांव चाड़सर में तीन माह से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही। इससे आक्रोशित ग्रामीण रविवार को गांव के ओवरहेड टैंक पर चढ़ गए। गामीणों का कहना है कि भीषण गर्मी में जलापूर्ति नही होने से ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा हैं। चाड़सर के जयवर्धन ङ्क्षसह, मघानाथ आदि ने बताया कि गांव में पेयजल भंडारण के लिए एक-एक डिग्गी बनी हुई है लेकिन जलदाय विभाग जलापूर्ति नहीं कर रहा। इसके चलते ग्रामीणों को ठुकराना अथवा कई किमी दूर नहर से टैंकरों, ऊंट गाड़ों से पानी लाना पड़ रहा है। इसी समस्या के चलते ग्रामीण सुबह 11.30 बजे ओवरहैड टंकी के पास पहुंचे और रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीण राजू नाथ, बलवीर, भैराराम, रविन्द्रनाथ, हेतनाथ, विनोद नाथ आदि वॉटरवक्र्स की टंकी पर चढ़ गए।
ग्रामीणों के टंकी पर चढऩे की सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंचा। राजियासर नायब तहसीलदार, थर्मल चौकी प्रभारी जयपाल व राजियासर थाने के नूर मोहम्मद की मध्यस्थता में ठुकराणा सरपंच गिरधारी स्वामी, किसान नेता राकेश बिश्नोई, जयवर्धन ङ्क्षसह, भोमाराम गोदारा,मघानाथ आदि ग्रामीणों की जलदाय विभाग के अधिकारियों से चली लंबी वार्ता के बाद चाड़सर में पेयजल आपूर्ति के लिए एटा में अतिरिक्त कर्मचारी लगाने और विद्युत आपूर्ति बहाल होते ही गांव में पेयजल आपूर्ति करने सहित रोजाना एक ओवरहैड टंकी जलापूर्ति करने पर सहमति बनी। इस पर पांच घंटे बाद ग्रामीण शाम सवा चार बजे नीचे उतर गए।
Published on:
26 May 2025 01:15 am