श्रीगंगानगर। ग्राम पंचायत महियांवांली क्षेत्र एनएच-62 राष्ट्रीय राजमार्ग से राजस्व ग्राम चक 6 एमएल कॉलेज को जोड़ऩे वाली दो किलोमीटर सडक़ का निर्माण नहीं हो पाया है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने ठेके फर्म को वर्क ऑर्डर भी किया। लेकिन सड़क का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इस संबंध में पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क निर्माण के वर्कऑर्डर का साइन बोर्ड अब ग्रामीणों और राहगीरों को चिढ़ाने लगा है। ग्रामीणों ने इस संबंध में रोष प्रकट करते हुए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को लिखित शिकायत कर इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है। इधर, पीडब्ल्यूडी का दावा किया कि इस सड़क का निर्माण कराने का प्रयास किया जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि राज्य सरकार के बजट वर्ष 2022-23 में विधायक राजकुमार गौड़ की अभिशंषा पर इस मिसिंग सडक़ निर्माण की स्वीकृति जारी हुई थी। ग्राम पंचायत महियांवाली के राजस्व ग्राम 1 एचएच तथा 6 एमएल के ग्रामवासियों की ओर से 20 वर्षों से यह मांग की जा रही थी।
अधूरी पड़ी सडक़ पर लगाए गए साईन बोर्ड पर स्टेट रूरल फंड योजना के अन्तर्गत बजट घोषणा वर्ष 2022-23 के तहत चक 6 एमएल कॉलेज से सरकारी स्कूल 1 एचएच तक 2 किमी सड़क निर्माण के लिए ठेके फर्म मैसर्स पवनसुत इन्फ्रा प्रोजेक्टस प्रा.लि को अधिकृत किया गया। इस सड़क के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि 64 लाख 99 हजार रुपए आंकी गई लेकिन वर्क ऑर्डर 56 लाख 11 हजार रुपए का दिया गया।
https://www.patrika.com/kota-news/maharana-praptap-jayanti-in-kota-8259059/
इस कार्य के प्रारम्भ तिथि 2 दिसम्बर 2022 और कार्य पूर्ण तिथि एक मई 2023 निर्धारित की गई। वहीं सड़क की गारन्टी अवधि पांच साल होने का दावा करते हुए साइन बोर्ड में अंकित किया गया। लेकिन इस सड़क निर्माण का कार्य ही शुरू नहीं हो पाया है। सड़क निर्माण नहीं करने पर ग्रामीणों में रोष है।
इस बीच, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एनके जोशी ने बताया कि उनका तबादला जयपुर हो गया है। अब नए अफसर ही इस सड़क निर्माण कराने के संबंध में जांच पड़ताल करेंगे। जोशी का कहना था कि तकनीकी पहलूओं के कारण इस सड़क का निर्माण अटका था।