27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पूर्व मंत्री समेत सैकड़ों नेता बीजेपी में शामिल, जानें- नई पारी शुरू करने वाले विनोद सिंह का राजनीतिक करियर

- पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन- कहा, नरेंद्र मोदी केन्द्र में तो योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सभी वर्गों के हितार्थ काम कर रहे हैं- बड़ी संख्या में सैकड़ों ग्राम प्रधान, दर्जनों जिला पंचायत सदस्य, और दर्जनों बीडीसी हुए भाजपा में शामिल हो गये

2 min read
Google source verification
Ex Minister vinod Singh

पूर्व मंत्री समेत सैकड़ों नेता बीजेपी में शामिल, जानें- नई पारी शुरू करने वाले विनोद सिंह का राजनीतिक करियर

लखनऊ. पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं ने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया। यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने लखनऊ में सभी को बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान बड़ी संख्या में सैकड़ों ग्राम प्रधान, दर्जनों जिला पंचायत सदस्य, और दर्जनों बीडीसी हुए भाजपा में शामिल हो गये। पूर्वमंत्री विनोद सिंह ने कहा मोदी केन्द्र में तो योगी जी प्रदेश में सभी वर्गों के हितार्थ काम कर रहे हैं। भाजपा की रीतियों व नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली है।

केंद्र की पूर्ववर्ती इंदिरा गांधी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे स्व केदारनाथ सिंह (केएन सिंह) के पुत्र विनोद सिंह ने अपना राजनीतिक जीवन कांग्रेस पार्टी से शुरू किया था। 2002 के विधानसभा चुनाव में लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर सुलतानपुर की लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, जिसमें उनको करारी हार का मुंह देखना पड़ा था। इसके बाद वह बसपा में शामिल हो गये। वर्ष 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र से किस्मत आजमाई और विजयी हुए। इस विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की प्रदेश में सरकार बनी, जिसमें मायावती ने अपनी कैबिनेट में पर्यटन राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार का मंत्री बनाया।

लगातार दो बार मिली हार
वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र से फिर चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन इस बार जनता ने उन्हें नकार दिया और सपा प्रत्याशी सन्तोष पांडेय विधायक बने। इसके बाद वर्ष 2017 में विनोद सिंह एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन इस बार भी जनता ने उन्हें बुरी तरह हराया। इस बार देवमणि द्विवेदी विधायक बने।

मायावती ने कर दिया पार्टी से निष्कासित
लगातार दो बार चुनाव हारने के बाद पहचान का संकट खड़ा जानकर विनोद सिंह राजनीतिक करवट बदलने वाले ही थे कि इसकी भनक बसपा सुप्रीमो मायावती को लग गई और उन्होंने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों का दोषी ठहराया और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अचानक हुए एक्शन से सन्न विनोद सिंह कुछ दिनों तक शांत रहे और जब लोकसभा चुनाव आया तो वे बिन बुलाए ही भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी के चुनाव प्रचार में लग गए। जिले में काफी दिनों से यह सुगबुगाहट तेज थी कि वे बहुत जल्द भाजपा का दामन थामेंगे और वही हुआ भी।