
GCTOC : नागौरी गिरोह के बाद कुख्यात विपुल गाजीपरा गिरोह गुजसीटोक में फिट
सूरत. आतंकवाद व संगठित अपराध की रोकथाम के लिए बने गुजरात आतंकवाद एवं संगठित अपराध निवारण अधिनियम (जीसीटीओसी)-2015 का चौथी बार प्रयोग करते हुए सूरत पुलिस ने कुख्यात माफिया विपुल गाजीपरा गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की है। करीब 21 वर्षो से सक्रिय इस गिरोह के दस सदस्यों के खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में 30 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं।
शहर पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने बताया कि गिरोह संगठित रूप से आपराधिक वारदातों को अंजाम देता है तथा अपराध को ही आजीविका का जरिया बना रखा है। गिरोह ने वराछा व लालगेट के अलावा सरथाणा, कतारगाम, कापोद्रा, खटोदरा, रांदेर व अमरोली क्षेत्रों में आपराधिक नेटवर्क बना रखा है।
इन क्षेत्रों में गिरोह के खिलाफ मारपीट, उपद्रव, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, संपत्ति संबंधी, रंगदारी, धमकी, अवैध रूप से हथियार रखने के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। गिरोह के सूत्रधार विपुल गाजीपरा, डेनिस, अर्जुन व आजाद को पहले ही पासा व तड़ीपार की कार्रवाई की जा चुकी हैं। वहीं इलियास के एक मामले में पहले से ही क्राइम ब्रांच की हिरासत में है।
गिरोह के उज्जवलदीप व अर्जुन कुमार को हिरासत में लिया गया है। जिनमें से अर्जुन कोविड पोजिटिव पाया गया है। गिरोह के खिलाफ गुजसीटोक-2015 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरोह में शामिल अन्य लोगों के बारे में पूछताछ और गिरफ्तारी की कवायद जारी है।
गिरोह के गुर्गे व दर्ज मामले :
गिरोह का मुख्य सूत्रधार विपुल गाजीपरा है। इसके अलावा डेनिस खत्री उर्फ नानो, अल्ताफ पटेल, अंकीत कुमार उर्फ डॉक्टर, शशांक सिंह उर्फ मोहित, उज्जवलदीप राजपूत उर्फ यूडी, अर्जुन कुमार पांडे उर्फ अरविंद, कपिल कुमार उर्फ पोपिन, आजाद पठान व मोहम्मद इलियास कापडिय़ा शामिल हैं।
चौथा माफिया गिरोह :
जीसीटीओसी लागू होने के बाद से सूरत शहर में चौथी बार प्रयोग किया है। इससे पहले कुख्यात ‘टामेटा गैंग’ के खिलाफ जीसीटीओसी के तहत कार्रवाई की गई थी। टामेटा गैंग के बाद लालू जालिम गिरोह व नागौरी गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इन तीनों के बाद विपुल गाजीपरा गैंग पर शिंकजा कसा गया।
Published on:
29 Jan 2021 09:58 am
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