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ब्रेन डेड पुत्र का हार्ट दान कर दी दूसरे को जिंदगी

किडनी, लीवर और पैंक्रियाज और चक्षुओं का भी दान, बीस साल पहले दिल के दौरे से पति की हो गई थी मौत

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ब्रेन डेड पुत्र का हार्ट दान कर दी दूसरे को जिंदगी

सूरत. बीस साल पहले दिल का दौरा पडऩे से हुई पति की मौत के बाद पत्नी ने ब्रेनडेड पुत्र के ह्रदय समेत अन्य अंगों का दान कर दिया। इससे तीन लोगों को नई जिंदगी और दो को दृष्टि मिली।


मोराभागल क्षेत्र निवासी और आइटीआई छात्र धवल दो अगस्त को आइटीआइ से बाइक पर घर लौट रहा था, तभी सरदार ब्रिज पर उसे अन्य बाइक चालक ने टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर घायल धवल को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। शुक्रवार को चिकित्सकों ने उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया। जानकारी मिलने पर डोनेट लाइफ के प्रमुख नीलेश मांडलेवाला टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और धवल की मां समेत परिजनों को अंगदान के लिए समझाया। परिजन मान गए और धवल के ह्रदय समेत अन्य अंगों का दान करने का निर्णय किया। धवल की मां ने बताया कि 20 साल पहले दिल का दौरा पडऩे से उसके पति की मौत हो गई थी, अब पुत्र के अंगदान से किसी को नई जिंदगी मिलती हो तो वह इसके लिए तैयार है। इसके बाद चिकित्सकों की टीम सूरत पहुंची और धवल के ह्रदय को 109 मिनट में 277 कि.मी दूर पहुंचाकर अंधेरी के महादेव पटेल (54) में ट्रांसप्लांट किया गया। वहीं एक किडनी धंधुका निवासी नीता रसिक मकवाणा (38) तथा दूसरी अहमदाबाद निवासी रीना व्रजेश चौकसी (42) में ट्रांसप्लांट की गई। जबकि लीवर और पैंक्रियाज रिसर्च के लिए रखा गया है। वहीं चक्षुओं का दान लोकदृष्टि चक्षु बैंक ने स्वीकारा।


सूरत से जयपुर जाकर की मदद


सूरत. ना जान, ना पहचान फिर भी दर्द मानों अपनों जैसा था, तभी किडनी रोग से पीडि़त युवक के उपचार में ना केवल आर्थिक सहयोग का बीड़ा उठाया बल्कि सूरत से जयपुर जाकर मदद भी की। यह नेक कार्य श्रीगुर्जरगौड़ ब्राह्मण समाज ने अपने ही समाज के किडनी रोग से पीडि़त एक युवक की आर्थिक मदद के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से किया।
नागौर जिले का रामकुमार पंचारिया सूरत के कपड़ा बाजार में कटिंग-फोल्डिंग का काम करता था और तीन-चार माह से किडनी रोग से पीडि़त होकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार ले रहा था। निर्धन परिवार के पंचारिया का जीवन बचाने के लिए सर्वप्रथम उसकी मां आगे आई और उन्होंने किडनी देने का निश्चय किया, लेकिन इसकी शल्यक्रिया समेत इलाज का अन्य खर्च ज्यादा होने से रामकुमार के आगे का उपचार रुक गया था। इसकी जानकारी समाज को मिलने पर श्रीगुर्जरगौड़ ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष भवानीशंकर पंचारिया ने वॉट्सएप पर श्रीमहर्षि गौतम गुर्जरगौड़ समाज, सूरत ग्रुप में किडनी पीडि़त युवक की मदद के लिए समाज बंधुओं से आह्वान किया और सोशल मीडिया के जरिए कुछ ही समय में बड़ी रकम जमा हो गई। इसके बाद समाज के अध्यक्ष पंचारिया, गुजरात युवक संघ के अध्यक्ष रमेश खटोड़ और युवा किशन पंचारिया सूरत से जयपुर पहुंचे और किडनी पीडि़त युवक के साथ अपनापन बांटते हुए सहायता राशि सौंपी। सूरत से सोशल मीडिया पर चला धनसंग्रह का अभियान देश के विभिन्न शहरों में गुर्जरगौड़ समाज के संगठनों ने भी चलाया।