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लाखों के खर्च के बाद भी कावेरी नदी पर बना बांध खाली

- आने वाले दिनों में शहर को पानी की किल्लत हो सकती है

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लाखों के खर्च के बाद भी कावेरी नदी पर बना बांध खाली

नवसारी. देसरा के पास कावेरी नदी पर लाखों रुपए के खर्च से बना मिट्टी का आड बांध खाली है। इससे आने वाले दिनों में शहर को पानी की किल्लत हो सकती है। बिलीमोरा शहर को पानी की दो योजनाओं के माध्यम से नपा जलापूर्ति करती है। जिसमें शहर के पास आंतलिया गांव के पास बने फिल्टरेशन प्लांट से और गणदेवी के देवधा गांव के पास बने देवधा टायडल डेम में अंबिका नदी से पानी लिया जाता है।

कावेरी नदी पर देसरा गांव के पास कच्चा आड बांध बनाया है। वर्षों से पालिका बरसाती पानी संग्रह कर आंतलिया इंटेकवेल से पानी लेती है और उसे शुद्ध करने के बाद शहर में आपूर्ति होती है। इस वर्ष नपा ने आड बांध बनाने में देरी कर दी। जिससे 72.5 इंच बरसात होने के बावजूद कावेरी का पानी दरिया में बह गया। जिससे आज नदी सूखी पड़ी है। जिससे गर्मी में बिलीमोरा शहर में पानी की समस्या खड़ी हो सकती है।


3.36 लाख में बना बांध नाकाम


मानसून के दौरान गणदेवी में 1813 मिमी अर्थात 72.5 इंच बरसात हुई थी। बिलीमोरा शहर की जीवनरेखा कावेरी नदी में पानी जमा करने के लिए नपा ने देसरा के पास मिट्टी का कच्चा बांध बनाने के लिए 24 अक्टूबर 2018 को नपा ने टेंडर निकाला था। एक महीने के भीतर 19 नवंबर को टेन्डर खोला गया।

इसमें एक ही एजेन्सी का टेन्डर मिला था। फिर से टेंडर निकालने में समय ज्यादा लगने की संभावना को देखते हुए 28 नवंबर से नपा ने अपनी निगरानी में आड़ बांध का काम शुरू करवा दिया। सौ मीटर लंबा, 3.8 मीटर चौड़ा और मध्य में कांक्रीट स्पील ओवरवाला बांध दिसंबर 2018 में पूरा हो गया। 3.36 लाख में 65 हजार 260 रुपए की स्पील ओवर और 2.71 लाख रुपए की मिट्टी का उपयोग हुआ था।


दरिया में बह गया पानी


जब यह बांध बना तब तक जून, जुलाई, सितंबर और अक्टूबर में गिरी बरसात का पानी दरिया में बह गया। इससे लाखों रुपए खर्च कर बना बांध अभी तक उपयोगी साबित नहीं हुआ है। बांध के खाली रहने से बिलीमोरावासियों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। आंतलिया स्थित पानी प्रोजेक्ट की इंटकवेल में पर्याप्त पानी नहीं है। इसलिए पालिका नहर से पानी मिलने की उम्मीद लगाए बैठी है और नहर का पानी मिलने पर ही सूखी पड़ी नदी में जान आ सकती है।