
बच्चों को कृमिनाशक टिकिया एल्बेंडाजोल खिलाई
सिलवासा. स्वास्थ्य विभाग ने कृमि मुक्ति दिवस पर १ लाख से अधिक बच्चों को कृमिनाशक एल्बेंडाजोल की टिकिया खिलाई। विभाग ने दवा खिलाने के लिए शहर एवं ग्रामीण विस्तार में स्वास्थ्य कर्मियों की अलग-अलग टीमें बनाई। स्वास्थ्य कार्यकर्ता शुक्रवार सवेरे स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्र, शिक्षण संस्थान पर तयशुदा समय पर पहुंचे और सभी बच्चों को कृमिनाशक दवा दी। इस दौरान एक लाख से अधिक गोलियों का वितरण किया गया।
शहर के आमली, डोकमर्डी, पिपरिया, टोकरखाड़ा की स्कूलों में स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहुंचकर बच्चों को एल्बेंडाजोल की टिकिया खिलाई। टोकरखाड़ा शिक्षण परिसर की सरकारी माध्यमिक स्कूल, केन्द्रीय शाला के करीब पांच हजार बच्चों को एल्बेंडाजोल खिलाई। आमली रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित विकलांग शाला के 270 से अधिक विकलांग बच्चों को तथा दादरा, नरोली, मसाट, रखोली, खानवेल की स्कूलों मेें कृमिनाशक टिकिया बांटी गई। प्रोग्राम अधिकारी डॉ. ए के माहला ने बताया कि रांधा, किलवणी, मांदोनी, सिंदोनी, दूधनी, आंबोली, खेरड़ी में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने स्कूल, आंगनवाड़ी सेंटर पर पहुंचकर दवा खिलाई। हेल्थ प्रोग्राम के सर्व में यह बात सामने आई कि ग्रामीण बच्चों में कमजोरी, भूख न लगना, खून की कमी, कुपोषण जैसी शिकायतें ज्यादा हैं। पेट में टेपवर्म के संक्रमण से उक्त बीमारियां हो सकती हैं। इसके लिए एल्बेंडाजोल की टिकिया उत्तम इलाज है। एल्बेंडाजोल कृमिनाशक दवा है, इसका साइड इफेक्ट नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने बचे हुए बच्चों को 14 फरवरी को बचे हुए बच्चों को पुन: दवा खिलाने का कार्यक्रम रखा है।
Published on:
09 Feb 2019 11:32 pm
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