
फर्स्ट टाइम वोटरों में दिखा लोकतंत्र के उत्सव का उत्साह
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान पूर्ण हुआ। इसमें 18 से 21 वर्ष की आयु वाले सबसे अधिक एक लाख दो हजार पांच सौ छह युवा मतदाता सूरत में हैं, लेकिन 18 व 19 वर्ष के फर्स्ट टाइम वोटर मतदाता पहचान पत्र नहीं मिलने के कारण कुछ युवा मतदान नहीं कर सके। सोसायटी में टेबलों पर खाक छानने के बाद कई युवाओं को निराशा हाथ लगी और बिना मतदान के घर लौट गए।
जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा काफी पहले से ही नए युवा मतदाताओं को जोडऩे के लिए वोटर आइडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। बूथ लेवल ऑफिसरों की निगरानी में नए मतदाताओं ने फार्म भरे थे। लेकिन मतदान के दिन एक दिसंबर तक कई युवाओं को वोटिंग कार्ड नहीं मिलने से काफी परेशानी हुई। जबकि सभी पार्टियों की नजर युवा मतदाताओं पर थी। सूरत के बाद दूसरे नम्बर पर भावनगर में 45 हजार दो सौ 77 युवा और राजकोट में 42 हजार नौ सौ 73 युवा मतदाता हैं। कच्छ में इनकी संख्या 42 हजार से अधिक हैं। वहीं, सुरेंद्रनगर में 39 हजार चार सौ 37, पोरबंदर में 13 हजार पांच सौ 61, तो तापी में 13 हजार आठ सौ युवा मतदाता हैं। सबसे कम युवा मतदाताओं वाला जिला डांग हैं, यहां कुल 8 हजार छह सौ 80 मतदाता हैं। सूरत में कई जगहों पर फर्स्ट टाइम वोटरों को मतदाता पहचान नहीं मिलने के कारण मतदान करने में काफी परेशानी हुई। 18 व 19 वर्ष के युवा मतदाता सुबह आठ बजे से ही सोसायटी के बाहर लगे टेबलों में अपना नाम तलाशते दिखाई दिए। इलेक्शन कमिशन की एप में भी मोबाइल नम्बर या नाम से युवाओं को पंजीकरण का पता नहीं चला।
Published on:
02 Dec 2022 09:38 pm
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