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सलाबतपुरा में चार मंजिला इमारत झुकी, खाली कराई

सेंट्रल जोन में एक और मकान के झुकने के बाद उसे खाली करा लिया गया है। मकान के निचले हिस्से में रिपेयरिंग का काम चल रहा था। इसके बाद मकान का एक...

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Four-storey building in Salabatpura sloping down

Four-storey building in Salabatpura sloping down

सूरत।सेंट्रल जोन में एक और मकान के झुकने के बाद उसे खाली करा लिया गया है। मकान के निचले हिस्से में रिपेयरिंग का काम चल रहा था। इसके बाद मकान का एक हिस्सा झुक गया। घटना की जानकारी मिलने पर मनपा के फायर विभाग और सेंट्रल जोन की टीम मौके पर पहुंची और मकान को खाली कराने में जुट गई।

सलाबतपुरा के बक्शीवाड़ी के समीप नूरानी बिल्डिंग झुकने की खबर के बाद यहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सोमवार दोपहर लोगों को अचानक बिल्डिंग के एक हिस्से के गिरने की आशंका हुई। निवासियों ने इसकी जानकारी मनपा के फायर विभाग और सेंट्रल जोन के अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मकान में मौजूद सभी चार परिवारों के सदस्यों को बाहर निकाल कर बिल्डिंग को चारों ओर से घेर लिया। मनपा अधिकारियों ने मकान मालिक को नोटिस देकर बिल्डिंग की स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी रिपोर्ट मांगी है।

जानकारों के अनुसार बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर अनाज पीसने का काम होता था। इसके अलावा निचली मंजिल पर रिनोवेशन का काम चल रहा था। बताया गया कि रिनोवेशन के कारण ही बिल्डिंग का एक हिस्सा झुकने लगा था। मौके पर पहुंची फायर की टीम ने पार्किंग में टेका लगाकर बिल्डिंग को फिलहाल गिरने से रोकने की कोशिश की है। बिल्डिंग को खतरनाक जानकर अधिकारियों ने इसे गिराने का अंतिम विकल्प रखा है। आसपास के लोगों को भी इस दौरान हटाने को कहा गया है। बिल्डिंग के नीचे अनाज पीसने की चक्की चलाने वाले आरिफ गनी शेख ने दो दिन पहले रिपेयरिंग का काम शुरू किया था। इसका विरोध करते हुए मकान मालिक मोहम्मद यासीन अब्दुल कादर साजिवाला ने सलाबतपुरा थाने में शिकायत की थी।


दो महीने में ही दूसरा मामला

इस साल 13 जनवरी को कोट क्षेत्र अंतर्गत बंदुकड़ा नाका गली में एक चार मंजिला इमारत झुक गई थी, जिसे बाद में प्रशासन ने गिरा दिया था। बिल्डिंग का एक साइड झुकने से इसके गिरने का खतरा पैदा हो गया था। बिल्डिंग के आसपास के पांच-छह मकानों को भी खाली कराया गया था। सेंट्रल जोन के पुराने और जर्जर मकानों से खतरे की कड़ी में सोमवार को एक और मकान जुड़ गया। करीब 35-40 साल पुराने मकान की निचली मंजिल में रिनोवशन किया जा रहा था।

पहले भी हुए हैं कई हादसे

सेंट्रल जोन में 40 से 50 साल पुराने मकानों की संख्या सैकड़ों में है। हर साल मानसून से पहले प्रशासन इन्हें नोटिस देेता है। बारिश होने के साथ हादसों का दौर भी शुरू हो जाता है। निवासियों का कहना है कि मकानों की रिपेयरिंग या गिराने के लिए मनपा की मंजूरी जरूरी होती है, लेकिन मकानों के पुश्तैनी होने की वजह से इनमें विवाद होने के कारण सरकारी प्रक्रिया में बहुत अड़चन आती है। जो मकानों में रहते हैं, उनकी मंशा इसे बेचने की नहीं होती, लेकिन भाई या हिस्सेदार यहां से बाहर निकल कर रहते हंैं। उनकी इच्छा इसमें राशि खर्च की नहीं होती है। इस वजह से पुराने मकान अपने हाल पर खड़े रहते हैं।

मालिक के खिलाफ मामला दर्ज

सूरत. सलाबतपुरा पुलिस ने बिल्डिंग के मालिक आरिफ उस्मान शेख के खिलाफ आईपीसी की धारा २८८, ३३६ व ४२७ के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक आरिफ ने बिल्डिंग मरम्मत कार्य के दौरान गंभीर लापरवाही बरतते हुए सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए। उसने बिल्डिंग में रह रहे किराएदारों की जिंदगी को भी खतरे में डाला। इस संबंध में एक किराएदार अब्दुल साजीवाला की प्राथमिकी दर्ज की गई है।