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International Mathematics Day : नृत्य-गीत के माध्यम से गणित की उलझन को सुलझाने का अनोखा प्रयोग

सूरत. International Mathematics Day कोरोना काल के दौरान दो साल तक विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ने पर मजबूर होना पड़ा था। ऑनलाइन पढ़ाई के चक्कर में कई प्रेक्टिकल विषयों में विद्यार्थियों को उलझा कर रख दिया था। ऐसे में अठवा लाइन्स स्थित वनिता विश्राम गर्ल्स स्कूल की प्राचार्य अनीषा महीडा ने नृत्य और गीत के माध्यम से 1400 छात्राओं को गणित के प्लस - माइनस उलझनों को सुलझाने का मार्ग दिखाया है। प्राचार्य के इस प्रयोग को राज्य स्तर के इनोवेशन फेस्टिवल के लिए भी पसंद किया गया है।

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International Mathematics Day : नृत्य-गीत के माध्यम से गणित की उलझन को सुलझाने का अनोखा प्रयोग

International Mathematics Day : नृत्य-गीत के माध्यम से गणित की उलझन को सुलझाने का अनोखा प्रयोग

गुजरात बोर्ड के विद्यार्थियों को गणित से डर लगता है, इसलिए इस बार की बोर्ड परीक्षा में 10वीं के 90 प्रतिशत विद्यार्थियों ने बेसिक गणित को चुना है। International Mathematics Day जिससे वह 10वीं पास कर सके, क्योंकि हर साल गणित के ही चलते औसत 2.5 लाख से अधिक विद्यार्थी फेल हो जाते हैं। पिछले साल 2.15 लाख से अधिक विद्यार्थियों का 10वीं पास करने के सपने में गणित विषय अवरोध बना था। गणित को लेकर विद्यार्थियों के डर को दूर करने के उद्देश्य से प्राचार्य अनीषा ने कक्षा 9 और 10 की छात्राओं को लेकर एक अनोखा प्रयोग किया।

- 1400 छात्राओं पर किया प्रयोग :
International Mathematics Day इस प्रयोग की शुरुआत में 25 अंकों की लिखित परीक्षा ली गई थी। 1400 में से 499 यानी की 37.5 प्रतिशत छात्राओं के सिर्फ 33 प्रतिशत से अधिक अंक आए थे। इसके बाद प्राचार्य में गणित के फॉर्मूला को याद रखने के लिए तैयार किए गीत वार्ता रे वार्ता..चिन्हों नी वार्ता और नृत्य तकनीक के माध्यम से गणित और गणित के फॉर्मूला को याद रखने का प्रशिक्षण शुरू किया गया। विधियार्थी अपनी पढ़ाई में भी इन फॉर्मूला का उपयोग कर सके इसलिए अलग से विशेष साहित्य भी तैयार कर उसका प्रशिक्षण देना शुरू किया गया।
- हर सात दिनों में पुनरावर्तन :
International Mathematics Day गणित के फॉर्मूला हमेशा याद रहे इसलिए नृत्य के माध्यम से 7वें, 14वें, 21वें और 28 वें दिन इनका पुनरावर्तन किया गया। इस प्रयोग के बाद पुनः छात्राओं की परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा के परिणाम में चौकाने वाले आंकड़े सामने आए। परिणाम में 59.44 प्रतिशत का सुधार मिला। इस बार 1332 छात्राओं का परिणाम 33 प्रतिशत से अधिक आया था।
- मनपा और ग्राम्य स्कूलों के लिए मॉडल का चयन :
International Mathematics Day फॉर्मूला पहचाने के मॉडल से 45.6 और नृत्य से अधिक 13.84 प्रतिशत परिणाम में सुधार आया। इस मॉडल को राज्य स्तर के इनोवेशन प्रोजेक्ट फेयर के लिए भी पसंद किया गया है। इसके अलावा इस मॉडल में ओर भी अधिक संशोधन कर अधिक उपयोगी बनाने का कार्य भी चल रहा है। इस प्रोजेक्ट से सूरत महानगर पालिका की 10 और ग्राम्य क्षेत्र की 10 स्कूलों में विद्यार्थियों को गणित सिखाया जाएगा।