
वन राज्यमंत्री गणपत वसावा
बारडोली. पिछले एक सप्ताह से सूरत जिले में तेंदुए के बढ़ते हमले को लेकर वन राज्यमंत्री गणपत वसावा ने ने कहा कि विभाग इस मामले में गंभीर है। सूरत में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि मांडवी तहसील में 31 दिसंबर को तेंदुए ने सात वर्षीय बच्चे पर हमला कर दिया था। 2 जनवरी को मांडवी के पातल गांव में शिवा भाई शंकर भाई और 4 जनवरी को भरुच जिले के भरण गांव में ईशन पर हुए हमले में दोनों की मौत हो गई थी। सरकार ने मांडवी तहसील के मृत बच्चे के परिजनों को 4 लाख की सहायता राशि दी।
पत्रकार वार्ता में वन राज्यमंत्री बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रहे तेंदुए के हमले को लेकर राज्य सरकार और वन विभाग गंभीर है। इसे लेकर सोमवार को गांधीनगर में वन विभाग की ओर से उच्च स्तरीय बैठक होगी। जिसमें तेंदुए के हमले को लेकर चर्चा की जाएगी। वहीं मजदूर व ठेकेदारों को भी बैठक में शामिल किया जाएगा। श्रमिक परिवार खुले में नहीं रहे, ऐसी व्यवस्था करने की सूचना दी जाएगी। आमतौर पर तेंदुए को मारने करने का निर्णय वाइल्ड लाइफ के हेड द्वारा किया जाता है। अगर आवश्यकता होगी तो लोगों की जान बचाने के लिए आदमखोर तेंदुए को शूट करने का भी निर्णय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मांडवी और डांग में तेंदुओं के लिए दो रेसक्यू सेंटर भी बनाने का सरकार ने निर्णय लिया है। इसकी टेंडर प्रक्रिया और केन्द्र सरकार की मंजूरी लेने की प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई है। वन राज्यमंत्री ने कहा कि बचा हुआ भोजन खुले में नहीं फेंकना चाहिए, इसकी गंध से आकर्षित होकर तेंदुआ आबादी क्षेत्र में घुस आता है।
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surat news तेंदुए ने किया महिला पर हमला
ग्रामीणों को जागरूक करने में जुटी वन विभाग की टीम
बारडोली. सूरत जिले के मांडवी तहसील में पिछले एक सप्ताह से आदमखोर तेंदुए ने आतंक मचा रखा है। वन विभाग की टीम अरेठ, पातल जैसे गांवों में जाकर संगीत के माध्यम से लोगों में जागरुकता फैला रही है। वहीं लोगों को सूरज ढलने के बाद खेत में नहीं जाने की सूचना दी जा रही है। तेंदुए को पकडऩे का भी प्रयास किया जा रहा है।
तेंदुए ने किया पांच साल के बच्चे पर हमला, मौत
बारडोली. सूरत जिला के पातल गांव में तेंदुए ने एक बच्ची का शिकार करने के बाद आदमखोर तेंदुए ने कोसंबा के निकट अंकलेश्वर तहसील के भरण गांव में पांच साल के बच्चे पर हमला कर दिया। घायलावस्था में बच्चे को कीम स्थित साधना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी मौत हो गई।
कोसंबा और अंकलेश्वर के बीच भरण गांव में अक्षय भाई के खेत से गन्ना काटने वाले मजदूरों के पड़ाव है। मजदूरों के साथ नंदुरबार जिले के पिंटुभाई वियारवा वलवी उनकी पत्नी और पांच साल के बेटे किशन के साथ गन्ना काट रहे थे। इसी दौरान एक तेंदुआ बच्चे को उठाकर भाग निकला। माता-पिता ने देखते ही शोर मचाना शुरू कर दिया। लोगों के शोर मचाने पर तेंदुआ बच्चे को घायल कर भाग निकला। घायल बच्चे को तुरंत कीम स्थित साधना अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। तेंदुए के हमले से लोगों में दहशत है। उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह से सूरत जिले में आदमखोर तेंदुए ने हाहाकार मचा रखा है।
Published on:
04 Jan 2020 11:01 pm
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