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हर माह तैयार होंगे बुलेट ट्रेन के 50 पिलर : रेल मंत्री

वापी-वलसाड क्षेत्र में प्रोजेक्ट ने पकड़ी बुलेट रफ्तार, 25 पिलर बनकर तैयार, जमीन संपादन का कार्य काफी हद तक पूरा होने का दावा

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हर माह तैयार होंगे बुलेट ट्रेन के 50 पिलर : रेल मंत्री

हर माह तैयार होंगे बुलेट ट्रेन के 50 पिलर : रेल मंत्री

वापी. मुंबई से अहमदाबाद के बीच तैयार हो रहे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत अब तक 25 पिलर बनकर तैयार हो गए हैं।
गुजरात मे यह कार्य पूरे प्रगति पर होने की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है। उन्होंने कहा कि गुजरात में इसके लिए जमीन संपादन का काम करीब- करीब पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि अब इस काम में और तेजी आएगी और नवंबर से प्रति माह बुलेट ट्रेन के 50 पिलर बनकर तैयार होंगे।
उन्होने कहा कि यह प्रोजेक्ट गुजरात के साथ महाराष्ट्र के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसमें महाराष्ट्र सरकार को भी सहयोग करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में अभी तक करीब 31 प्रतिशत जमीन ही संपादित हुई है।


वापी के डुंगरा में स्टेशन


बुलेट ट्रेन वलसाड जिले के वापी से भी गुजऱेगी होगी। इसके लिए वापी और दानह के बीच डुंगरा में बुलेट ट्रेन का स्टेशन बनेगा। इसका निर्माण कार्य कई महीने से चल रहा है। वापी में बनने वाले स्टेशन अहमदाबाद के बाद सबसे लंबा स्टेशन होगा। वलसाड जिले में बुलेट ट्रेन के लिए 109.23 हे्क्टेयर जमीन में से 107.40 हेक्टेयर और दानह में 7.52 हेक्टेयर जमीन का मुआवजा भी दिया जा चुका है।
जानकारी के अनुसार अभी तक करीब 813 हेक्टेयर के लिए 7027 करोड़ रुपए मुआवजा दिया गया है। इस प्रोजेक्ट के लिए 1024 में से 813 हे्क्टेयर जमीन संपादित हुई है। 2023 तक इसके पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है।

जीओ टेक्नोलॉजी से सोईल टेस्टिंग


गुजरात में जमीन संपादन का काम पूरा होने के बाद महाराष्ट्र में जमीन संपादन पूरा करने का प्रयास चल रहा है। सोइल टेस्टिंग के लिए एशिया की सबसे बड़ी आधुनिक जीओ टेक्नोलॉजिकल लैब तैयार किया गया है और इससे प्रोजेक्ट की गुणवत्ता में बहुत फायदा होगा।

रेलवे के विकास की परिकल्पना


बुलेट ट्रेन ऐसी परिकल्पना है, जिससे रेलवे के विकास, काम करने के तरीके में आमूल चूल परिवर्तन आएगा। जापान और भारत की जलवायु में फर्क है और इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट की जो डिजाइन बनाई गई है वह यूनिक है। 25 पिलर तैयार हो गए हैं। यह किसी पार्टी या एक सरकार का प्रकल्प नहीं है, यह राष्ट्र का प्रकल्प है।
अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्री