
पाकिस्तान का हथियाया कश्मीर हमें मिल जाएगा : रामभद्राचार्य महाराज
सूरत. कई श्रेष्ठ कार्य बीते वर्षों में भारत सरकार ने पूर्ण किए हैं। अब जो शेष बड़े व जरूरी कार्य हैं, वे निंसदेह 2024 से 2038 में पूरे हो जाएंगे। पाकिस्तान ने जो कश्मीर हथियाया था, वो भी हिंदंस्तान को मिल जाएगा। इतना ही नहीं, श्रीरामचरितमानस ग्रंथ भी विश्व में जन-जन के घर-घर का ग्रंथ बन जाएगा। यह बात रविवार को दो दिवसीय सूरत प्रवास पर आए तुलसीपीठ के जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने यहां सनातन संवाद कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं के बीच कही।वेसू स्थित विजयलक्ष्मी हॉल में एक घंटे तक चले सनातन संवाद कार्यक्रम के पहले 30 मिनट जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने लोगों की जिज्ञासा को धार्मिक मर्म के साथ शांत किया। बाद में उन्होंने बताया कि सदियों के संघर्ष के बाद हम सभी अपने आराध्यदेव रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर साकार होते देख रहे हैं। महाराज ने सनातन संवाद के दौरान कई भविष्यवाणियां भी की। गौरतलब है कि पूर्व में की गई कई बातें सच साबित हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके मित्र हैं और वे कुछ ही दिन में मिलने वाले भी है। मोदी ने कई श्रेष्ठ कार्य किए और आगे भी करेंगे।
0 श्रीरामचरितमानस राष्ट्र ग्रंथ बनेगा :सनातन संवाद में कई लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करते हुए महाराज ने बताया कि धारा 370 हटाना, तीन तलाक पर रोक, श्रीराम मंदिर निर्माण का प्रशस्त जैसे कई चुनौतिपूर्ण कार्य हो गए। अब 2024 के बाद श्रीरामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ, गौमाता को राष्ट्रीय प्राणी और समान नागरिक संहिता जैसे कई श्रेष्ठ कार्य की तैयारी है।
0 ऐसे चला सनातन संवाद :
- धर्म क्या है और प्रभु प्राप्ति का मार्ग क्या है?
- जो धारण किया जा सके, वो धर्म है। धर्म के कई अर्थ हैं। निष्ठापूर्वक कर्तव्य का निर्वहन ही प्रभु प्राप्ति का मार्ग है।
- पाकिस्तान में बहन-बेटियों के साथ खूब गलत हो रहा है?- भारत में भी बहन-बेटियों के साथ गलत हो रहा है। हिन्दू बहनों को विधर्मी बहला-फुसला रहे हैं। ऐसे विधर्मियों को प्रसाद मिलेगा। गलत बयानी कर अली-मौला करने वालों को भी प्रसाद मिलेगा। गुजराती में भी कहा- बधा ने प्रसादी मणशे। पाकिस्तान में जो कश्मीर है, वो भी हमारा ही होगा।
- सीता माता धरती में समा गई थी क्या?- प्रभु श्रीराम को अपमानित करने के लिए यह बाद में ऐसा लिखा गया है। सीता माता को कभी दूसरा वनवास हुआ ही नहीं था। लव-कुश का जन्म राजमहल में हुआ। सीता सतत राम में रमे छे, राम साथे चले छे अने राम ने बहुज गमे छे।
- जयश्रीराम शब्द से आपत्ति क्यों?- जयश्रीराम में भारत जीतने की ताकत है। इसमें अद्भुत शक्ति का संचार है। गोमुख से कटक तक, कश्मीर से कन्याकुमारी तक...एक भारत बनाने की ताकत है जयश्रीराम।
- ढोर, गंवार, शुद्र, पशु, नारी...- श्रीरामचरितमानस ग्रंथ की इस चौपाई का सही अर्थ पहले भी कई बार बताया है। यहां गोस्वामीजी ने ताड़ने का अर्थ शिक्षा बताया है। नारी भोग का नहीं, योग का साधन है।
- गुस्सा बेहद आता है, क्या करूं?- वड़ोदरा की एक महिला के इस सवाल पर विनोद के साथ उन्होंने गुस्से पर काबू पाने के उपाय में बताया कि जब भी गुस्सा आए तो मेरी तस्वीर पर उस गुस्से को ...महाराज के आह्वान को सूरतीयों ने वादा किया :
कार्यक्रम में महाराज ने अगले वर्ष अयोध्या में 1008 कुंडीय श्रीहनुमंत महायज्ञ में सूरत को आमंत्रित करते हुए धर्मप्रेमियों से 2100 टीन शुद्ध घी की आहुति देने में सहयोग मांगा। इस आह्वान को तत्काल ही स्वीकार लिया और इस कार्य की जिम्मेदारी अरुण पाटोदिया, कैलाश अग्रवाल, जगदीश परिहार, द्वारिकादास मारू, बालकिशन राठी आदि ने ली। सनातन संवाद कार्यक्रम का संयोजन ललित शर्मा, अमित शर्मा (खंडेला), योगेंद्र शर्मा आदि ने किया।
Published on:
17 Jun 2023 11:07 am
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