
ब्रिज के आसपास की जमीन खुली करने की प्रक्रिया से निवासियों में हड़कंप
वापी. वापी रेलवे ओवरब्रिज को तोड़कर 144 करोड़ की लागत से नया ओवरब्रिज बनाने की प्रक्रिया काफी समय से विलंब में है। लेकिन ब्रिज के लिए सैटेलाइट मापणी शुरू करने से इसका काम जोर पकडऩे की चर्चा है।
ब्रिज की चौड़ाई बढ़ाने तथा नजदीकी मार्गों से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए आसपास रहने वाले कई मकानों तथा दुकानों को हटाने की कार्रवाई शुरू करने से पहले मार्किंग की शुरू होने लगी है। जानकारी के अनुसार वापी पूर्व और पश्चिम को जोडऩे वाले एकमात्र रेलवे ओवरब्रिज की अवधि पूरी हो गई है। उसे नए सिरे से चार मार्गीय बनाया जाएगा इसके लिए 144 करोड रुपए मंजूर किए गए हैं। नया पुल करीब दो किमी लंबा होगा और इमरान नगर से चला मुक्तानंद मार्ग तक रहेगा।
इसके अलावा छरवाड़ा रोड, वलसाड रोड एवं कस्टम रोड पर डायवर्जन भी दिया जाएगा। एक साल से यह मामला अटका है लेकिन अब फिर से सेटेलाइट मापणी से कार्य शुरु किया गया है।
कई जगह पर लोगों के घर, कंपाउंड वाल और दुकान भी ब्रिज के लिए तोडना होगा। इसके लिए मार्किंग सहित अन्य कार्यवाही भी शुरू की गई है। इससे ब्रिज के किनारे रहने वालों में हलचल है।
आवासीय विस्तारों में हलचल
वापी ओवरब्रिज के कारण गीतानगर और टांकी फलिया जैसे आंतरिक मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। इसके तहत कई जगह नौ और कुछ जगह 12 मीटर चौड़ा रोड बनाया जाएगा। इसके लिए नगर पालिका की टीम ने भी गत दिनों इलाके का निरीक्षण किया था। इसके बाद से लोगों में हड़कंप है। लोगों के अनुसार रोड चौड़ा होने से उनके घर का काफी हिस्सा चला जाएगा। रविवार को गीतानगर में स्थानीय पार्षद खंडू पटेल और पीरु मकरानी ने पहुंचकर स्थिति का अवलोकन किया और लोगों से इस संबंध में चर्चा की। लोगों ने रोड चौड़ा करने का विरोध किया।
Published on:
01 May 2022 11:06 pm
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