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SMC : परफॉर्मेंस बेहतर करने के चक्कर में विद्यार्थियों की जान से खिलवाड़!

सूरत. बच्चों की सुरक्षा को लेकर चौक बाजार स्थित सूरत महानगर पालिका संचालित नगर प्राथमिक शिक्षा समिति शाला क्रमांक 147 की लापरवाही सामने आते ही कई और गड़बड़ियां प्रकाश में आई है। निरीक्षक अपना और उनके जोन में आने वाले स्कूलों का परफॉर्मन्स बेहतर करने के चक्कर में विद्यार्थियों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। समिति के पास शैक्षणिक टूर को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं है, फिर भी निरीक्षक प्राचार्यों पर शैक्षणिक टूर का दबाव बना रहे हैं।

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SMC : परफॉर्मेंस बेहतर करने के चक्कर में विद्यार्थियों की जान से खिलवाड़!

SMC : परफॉर्मेंस बेहतर करने के चक्कर में विद्यार्थियों की जान से खिलवाड़!

बुधवार चौक बाजार के मुख्य मार्ग पर SURAT SMC SCHOOL नगर प्राथमिक शिक्षा समिति शाला क्रमांक 147 के प्राचार्य और शिक्षक एक टैम्पो में मासूम बच्चों को भेड़-बकरियों की तरह भर रहे थे। बिना सुरक्षा के बच्चों को ठूंस-ठूंस कर टैम्पो में चढ़ाया जा रहा था। बच्चों की सुरक्षा को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से मुद्दा उठाने पर टूर रद्द कर दिया गया। इस लापरवाही के साथ ही समिति में कई और गड़बड़ियां सामने आई हैं।
- गुणोत्सव विद्यार्थियों पर भारी :
राज्य सरकार की ओर से हर साल गुणोत्सव का आयोजन किया जाता है। इसमें SURAT SMC SCHOOL प्राथमिक स्कूलों का आंकलन किया जाता है। स्कूल भवन की स्थिति, प्राचार्य, शिक्षक, विद्यार्थियों के पढ़ने की क्षमता व साल के शैक्षणिक टूर आदि का मूल्यांकन होता है। इसमें अच्छे अंक पाने के चक्कर में बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है।
- कोई नियम ही नहीं :
SURAT SMC SCHOOL शिक्षकों ने बताया कि शैक्षणिक टूर को लेकर समिति ने कोई नियम ही नहीं बनाए हैं। बच्चों को बगीचे में ले जाओ या कहीं भी ले जाओ, उससे किसी को लेना-देना नहीं है। स्कूल के बाहर निकालो और उसे शैक्षणिक टूर की डायरी में दिखा दो। सुरक्षा, वाहनों की व्यवस्था और शुल्क को लेकर कोई नियम नहीं है। नि:शुल्क शिक्षा देने वाली समिति के पास टूर का बजट नहीं होने से बच्चों से पैसे वसूलने का दबाव बनाया जाता है।

- रोक के बावजूद टूर :
सौराष्ट्र के शैक्षणिक प्रवास पर गई सूरत के ताडवाड़ी गांव की प्राथमिक स्कूल की बस 18 जनवरी 2016 को केसोद में पलट गई थी। जिसमें चार विद्यार्थियों सहित छह की मौत हो गई थी और 25 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद राज्य सरकार ने बिना अनुमति के टूर पर रोक लगा दी थी। समिति के प्राचार्यों ने आरोप लगाया है कि निरीक्षक और कई प्राचार्य मूल्यांकन में ऊपर आने के लिए बिना अनुमति और बिना सुरक्षा के शैक्षणिक टूर कर रहे हैं।
- कार्रवाई की चेतावनी :
SURAT SMC SCHOOL प्राचार्यों का कहना है कि एक निरीक्षक के पास 30 से अधिक स्कूल होती है। निरीक्षक प्रदर्शन अच्छा दिखाने के चक्कर में स्कूल पर टूर करवाने का कड़ा दबाव बना रहे हैं। मना करने पर कार्रवाई की चेतावनी देते हैं। दबाव में प्राचार्य बिना किसी की अनुमति के टूर आयोजित करते हैं।
- बस का इंतजार :
SURAT SMC SCHOOL प्राचार्यों ने यह भी आरोप लगाते हैं कि राजनीतिक कार्यक्रम के लिए तो बच्चों को स्थल पर ले जाने का परिपत्र जारी किया जाता है, बस भी आ जाती है, लेकिन टूर के लिए बस की मांग करने पर बजट अवरोध बन जाता है। साथ ही अनुमति का इंतजार करना पड़ता है।
- मूल्यांकन के चक्कर में टूर का आयोजन :
SURAT SMC SCHOOL शैक्षणिक टूर को लेकर कोई नियम नहीं है। बस के लिए अनुमति नहीं मांगी गई थी, इसलिए टेम्पो में बच्चों को ले जाया जा रहा था। ऊपर से आदेश आने के बाद टूर रद्द कर दिया गया। आगे से टेम्पो में टूर नहीं ले जाएंगे। गुणोत्सव के मूल्यांकन में टूर के अंक भी जुड़ने के चलते टूर का आयोजन किया गया था।
- शोएब अजमेरवाला, निरीक्षक , सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति