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SURAT HOLI : पिचकारियों और अन्य सामग्री का करीब 200 करोड़ रुपए का व्यापार

परीक्षा के मौसम में फिलहाल होली की खरीद-फरोख्त ठंडी, दो दिन बाद तेजी आने के आसार

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SURAT HOLI : पिचकारियों और अन्य सामग्री का करीब 200 करोड़ रुपए का व्यापार

सूरत.

होली को लेकर शहर में जगह-जगह पिचकारियों के पंडाल सज गए है , लेकिन फिलहाल वहां ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं। पिचकारियां बच्चों के इंतजार में है। परीक्षा के मौसम के कारण रंगों के त्योहार पर व्यापार का रंग जम नहीं पाया है। इस बार रंगों का त्योहार जेब पर थोड़ा भारी पड़ सकता है। रंगों की कीमत में पांच से दस प्रतिशत का उछाल आया है। सूरत समेत दक्षिण गुजरात में होली पर रंग, पिचकारियों और अन्य सामग्री का करीब 200 करोड़ रुपए का व्यापार होने की उम्मीद है।
कमाई की आस में तरह-तरह की पिचकारियों और रंगों के साथ कई व्यापारी शहर में व्यापार करने आए हैं। बच्चों को आकर्षित करने के लिए कार्टून कैरेक्टर और सुपर हीरो के साथ कार वाली पिचकारियां पंडालों में सजाई गई हंै। इनकी कीमत 50 से 900 रुपए तक है। भागल, घोड़दौड़ रोड़, सिटीलाइट, वेसू, भटार, अडाजण, रांदेर, पाल रोड, उधना, वराछा, वेडरोड और कतारगाम में पिचकारियों के पंडाल सजाए गए हैं। शहर की सड़कों पर भी कई लोग रंगों की बिक्री कर रहे हैं। इन दिनों बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं। बच्चों और अभिभावकों का ध्यान परीक्षा पर केन्द्रीत है। इससे पिचकारियों की खरीद में फिलहाल तेजी नहीं आई है। बोर्ड परीक्षा पूर्ण होते ही स्कूल की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। व्यापारी अंतिम समय में बाजार में ग्राहकी की रौनक की आस लगाए बैठे हैं। बच्चों को आकर्षित करने के लिए मिकी माउस, डोरेमोन, छोटा भीम, मोटू-पतलू, माइटी राजू, सिंड्रेला, पोकेमोन, स्पाइडरमैन, बेटमैन, सुपरमैन, आयरनमैन की पिचकारियां पंडाल में सजी हुई हैं। इन पिचकारियों के साथ पानी का बैग जुड़ा है, जो बच्चे पीठ पर लटका कर होली खेल सकते हैं। तरह-तरह की गन वाली पिचकारी भी हैं। बच्चों को आकर्षित करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक को ध्यान में रख कर आर्मी मैन और प्लेन जैसी पिचकारियां बनाई गई हैं। कई पिचकारियों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो भी नजर आ रही है। पिचकारियों और रंगों के व्यापारियों का कहना है कि तरह-तरह की पिचकारियां और हर्बल कलर बाजार में लाए गए हैं, लेकिन परीक्षा के कारण व्यापार ठंडा है। धुलेटी के दिन बिक्री की उम्मीद है।


स्प्रिंग गुलाल और रंगों के गुब्बारे
इस बार बाजार में स्प्रिंग गुलाल और रंगों के गुब्बारे भी आए हैं। स्पिं्रग दबाने से उसमें से गुलाल निकलता है। गुब्बारों में पानी भरने से उनमें मौजूद रंग के कारण पानी रंगीन हो जाता है। हर्बल कलर, स्प्रे कलर, ट्यूब कलर भी बाजार में हैं। इनकी कीमत 30 रुपए से 150 रुपए तक है। रंगों के इस्तेमाल को लेकर लोग धीरे-धीरे जागरूक होने लगे हंै। वह केमिकल और हानिकारक रंगों से परहेज करते हैं। ज्यादातर लोग ऑर्गेनिक और इको फ्रेंडली रंगों तथा गुलाल से होली खेलना पंसद करते हैं। तिलक होली खेल कर एक-दूसरे को शुभकामना देने का चलन भी बढ़ा है।

रंगों के भाव 10 प्रतिशत बढ़े
रंग विक्रेताओं का कहना है कि अबीर, गुलाल और रंगों की कीमत पांच से दस प्रतिशत बढ़ी है। इस बार चाइनीज पिचकारियां नहीं आने के कारण पिचकारियों की कीमत भी बढ़ गई है। कई व्यापारियों के पास पुराना स्टॉक होने के कारण वह दाम बढ़ाकर माल बेच रहे हैं। ज्यातादर पिचकारियों में दाम यथावत है, लेकिन फैंसी पिचकारियों के दाम पांच प्रतिशत बढ़े हैं। रंग विक्रेता अर्जुन गुप्ता ने बताया कि इस बार चाइनीज पिचकारियां नहीं होने का कारण बताकर बड़े व्यापारी ज्यादा कीमत ले रहे हैं। रंग और पिचकारियों के अलावा दुकानों पर स्प्रे, मिश्री, नारियल, अगरबत्ती, कपूर तथा पूजा सामग्री के स्टॉल भी सज गए हैं।