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SURAT KAPDA MANDI: थ्री पीस लहंगा ही नहीं ज्वैलरी भी बढ़ाएगी सुंदरता

कोरोना काल में सूरत कपड़ा मंडी में व्यापारियों का नया प्रयोग, प्रतिस्पर्धा के दौर में महंगे लहंगे के साथ इमिटेशन ज्वेलरी भी उतारी  

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SURAT KAPDA MANDI: थ्री पीस लहंगा ही नहीं ज्वैलरी भी बढ़ाएगी सुंदरता

SURAT KAPDA MANDI: थ्री पीस लहंगा ही नहीं ज्वैलरी भी बढ़ाएगी सुंदरता

सूरत. कहते हैं बाजार में टिके रहना है तो कुछ ना कुछ नया करते रहना ही पड़ेगा और इस मामले सूरत कपड़ा मंडी का कोई सानी नहीं है, तभी तो आठ माह से ओंधे पड़े वैश्विक बाजार में भी सूरत कपड़ा मंडी यहां के हुनरमंद कपड़ा व्यापारियों की बदौलत धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है। साड़ी-ड्रेस, लहंगे आदि उत्पाद को सस्ता, टिकाऊ और आकर्षक बनाने के साथ-साथ कुछ अलग तरीके से बाजार में स्वयं को मजबूती से टिकाए रखने में सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों में विशेष हुनर है, तभी तो अब यहां पर थ्री पीस लहंगा ही नहीं बल्कि उसके साथ सजने-संवरने के लिए मेटल इमिटेशन ज्वेलरी भी आकर्षक डिजाइन में उपलब्ध होने लगी है।
कोरोना से उपजे संकटकाल के दौरान दुनियाभर के व्यापार-उद्योग की कमर टूटी है और इसका बड़े पैमाने पर असर सूरत के कपड़ा उद्योग पर भी पड़ा है, लेकिन आपदा में अवसर तलाशने में माहिर सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों ने अनलॉक के बाद थोड़ा समय अवश्य मुश्किल में गुजारा मगर अब वे धीरे-धीरे व्यापारिक स्तर पर लगातार संभलते जा रहे है। इस विकट दौर में भी उनके व्यापारिक संतुलन में उनका व्यापारिक कौशल ही मुख्य है जो उन्हें प्रतिस्पर्धा से भरे और कोरोना से कमजोर बाजार में टिका रखा है। कुछ समय से सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों ने कुछ नए कलेवर में माल बेचने का प्रयोग शुरू किया है और इसमें पहले महिला सौंदर्य प्रसाधन की सामग्री के रूप में हैंडबेग, पर्स, मोबाइल कवर, सेंडल और अब मास्क के अलावा इमिनिटी ज्वेलरी का भी शुमार हो गया है।


ऐसे कई प्रयोग की साक्षी सूरत कपड़ा मंडी


सूरत कपड़ा मंडी में पॉपुलर प्रयोग 2014 के लोकसभा चुनाव में साड़ी बॉक्स पर तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की कवर फोटो था जो मोदी के सूरत में अकसर संबोधन के दौरान प्रवासियों को गुजरात मॉडल का ब्रांड एम्बेसेडर कहने से जुड़ा था। इसके बाद भी फीफा कप साड़ी पर डिजाइन हुआ और बाद में नोटबंदी के दौरान दो हजार की नोट भी साड़ी पर खूब छपी। हाल में कोरोना साड़ी भी बाजार में उतरी और साड़ी-ड्रेस उत्पाद के साथ सौंदर्य प्रसाधन सामग्री हैंडबेग, पर्स, मोबाइल कवर, सेंडल बड़ी तादाद में सभी मंडियों में पहुंच चुकी है। वहीं, मास्क तो साड़ी और ड्रेस मटीरियल के साथ अधिकांश कपड़ा व्यापारी ग्राहकों को उपलब्ध करवा ही रहे हैं।

सोने से कम नहीं, खो जाए तो गम नहीं


सूरत कपड़ा मंडी में मिलेनियम मार्केट के कपड़ा व्यापारी अनिल पंसारी ने बताया कि इमिटेशन ज्वेलरी आजकल छोटे-बड़े सभी घरों की महिलाओं की शुभ मुहूर्त, उत्सव-त्योहार पर पहली पसंद बन गई है। यह ऐसी वस्तु है जो दिखने में सोने से कम नहीं और खो जाए तो गम नहीं...बस यहीं लाइन मन में घर कर गई और फिर इसे थ्री पीस लहंगे के साथ बाजार में बगैर शुल्क उतार दिया। इमिटेशन ज्वेलरी में फिलहाल गले का हार लहंगे के साथ है और आगे इसमें कंगन, पायल आदि भी जोडऩे है। दुर्गा पूजा से ही लगातार इसकी डिमांड है और हॉलसेलर से रिपीट ऑर्डर है, निचली मंडियों में रिटेलर्स के यहां इसका असर दीपावली बाद ही देखने को मिलेगा।

पहले तो लहंगा, उस पर गले का हार


शादी, शुभ मुहूर्त व उत्सव-त्योहार पर महंगे लहंगे के आकर्षक परिधान का चलन है, लेकिन सूरत कपड़ा मंडी ने इस महंगे लहंगे को भी छोटे-बड़े हर परिवार की अप्रोच में ला दिया है। वेल्वेट 9000 कपड़े पर भारी-भरकम हैंडवर्क और एम्ब्रोडरी वर्क का लहंगा थ्री पीस चोली-ओढ़णी के साथ खूब बिकता है। अब इसमें नई चीज गले का हार भी जुड़ गई है। भागलपुर कपड़ा मंडी के व्यापारी कपिल अग्रवाल ने बताया कि यह गले का हार थ्री पीस लहंगा सेट के साथ पहनने वाले की खुबसूरती और बढ़ाएगा। इतना ही नहीं लहंगे के साथ डिजाइनर मास्क भी सूरत कपड़ा मंडी में बाहरी मंडियों के व्यापारियों को खूब भा रहे हैं।