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स्वामी के विवादित बोल, जेटली को घमंडी तो सावरकर को बुद्धू बताया

सरकारी योजनाओं में कमी से मोदी सरकार में नहीं दिखा परिवर्तन, भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी मैं भारत हूं, कार्यक्रम में आए सूरत

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सूरत. विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने भाजपा नेता व राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शनिवार को सूरत में भी कांग्रेस और दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर पर जमकर तंज कसे। यहां वीएनएसजीयू सभागार में कहा कि मोदी सरकार से लोगों को जिस परिवर्तन की आशा थी, उसमें सफलता नहीं मिली है। इसकी वजह सरकारी योजनाओं की कमी रही। हालांकि जनता मोदी सरकार को वर्ष २०१९ में एक और मौका देगी। इसका कारण है कि जनता आर्थिक विकास पर वोट नहीं देती, बल्कि भावनाओं की अहमियत समझती है। देश में राष्ट्रवाद बढ़ रहा है, जो लोगों को जातिवाद से ऊपर उठने को प्रेरित करता है।

एससीएल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित मैं भारत हूं, कार्यक्रम में आए अर्थशास्त्री स्वामी ने देश और संस्कृति के मुद्दों पर बेबाक राय रखी। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी को घेरने वाले स्वामी ने आजादी के बाद बनी जवाहरलाल नेहरू की सरकार को हिन्दू विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि वह कभी सावरकर के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में नहीं जाते हैं, इसकी वजह उनका बुद्धू होना है। सावरकर की नासमझी के कारण जवाहरलाल नेहरू को सर्वाधिक फायदा हुआ, जो एकदम एंटी हिन्दू थे। स्वामी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी इस मौके पर नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि कालेधन के मामले में उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी को कई बार उपाय बताए कि वह राशि कैसे भारत आएगी। पीएम ने उन्हें लिखकर देने को कहा तो उन्होंने कई बार पत्र भी लिखे। उनका पत्र वित्त मंत्रालय गया तो रद्दी में डाल दिया गया। इसकी वजह वहां वित्त मंत्री जेटली का घमंडी होना है। स्वामी ने कहा कि उनके पास वह उपाय है, जिससे देश से बाहर गया कालाधन वापस लाया जा सके। इस अवसर पर सांसद सी.आर.पाटिल, भाजपा के आईटी सेल के पूर्व कन्वीनर विनीत गोयनका, पेेटेन्ट मामलों के विशेषज्ञ अय्यर, राजस्थान से आए मुरली कायल, श्याम सारस्वत हेमासर, वीरेन्द्र शर्मा, महेन्द्र जोशी, भानू सारस्वत, एससीएल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सम्पत सारस्वत आदि मौजूद थे। इस दौरान अमरीका में पेंटेंट मुद्दे पर काम कर रहे अय्यर की पुस्तक सी कंपनी के बारे में बताया गया। इस पुस्तक में पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदम्बरम के आर्थिक घोटाले के कई मामले उजागर किए गए हैं।
भारत को चार आयाम से समझें
इससे पहले स्वामी ने कहा कि वह भारत को चार आयाम में देखते हैं। एक प्राचीन भारत, विदेशी आक्रमण के दौरान का भारत, आजादी के बाद का भारत और देश में बनी नरेन्द्र मोदी की सरकार के बाद का भारत। उन्होंने कहा कि शुरू से सम्पन्न भारत देश बाहरी आक्रमणकारियों के बाद भी हिन्दू बाहुल्य बना रहा। इसकी बड़ी वजह यहां के राजाओं का लगातार लड़ाई करना और आसानी से अपनी संस्कृति-सियासत को नहीं छोडऩा रहा है। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि भारत में उन राजाओं का इतिहास नहीं पढ़ाया जाता है, जबकि जिन्होंने भारत पर हमले किए उस मुगलकाल का खूब वर्णन मिलता है। उन्होंने भारतीय परंपराओं को समझने की अपील की। भारतीय गाय का महत्व विदेशों में है जबकि देश में इसके महत्व को समझने में लोग देरी कर रहे हैं। इसी तरह पानी की कमी दूर करने के लिए देश की तकनीक से समुद्र के पानी से खारापन दूर करने के उदाहरण बताए।
देश में सबका डीएनए एक
स्वामी ने कहा कि भारत आज दुनिया का सर्वाधिक नौजवान देश है, यहां के लोगों की औसत आयु 26 साल है। आर्यों के बाहर से आने की धारणा को भी उन्होंने इतिहास झुठलाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि देश में सभी का डीएनए एक है, चाहे वह किसी भी राज्य का निवासी क्यों नहीं हो।