
झेवरचंद मेघाणी के गीतों से कस्तूरबा गांधी को स्वरांजलि
नवसारी. अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में गांधी जी के साथ हमेशा साथ रहने वाली कस्तूरबा गांधी की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को मरोली स्थित कस्तूरबा सेवाश्रम में मातृवंदना की गई। राष्ट्रीय कवि झवेरचंद मेघाणी के लोकगीतों से उन्हें स्वरांजलि दी गई।
22 फरवरी को कस्तूरबा गांधी की जयंती मनाई जाती है। शुक्रवार को यह कार्यक्रम राज्य संगीत नाटक अकादमी अहमदाबाद, झवेरचंद चंद मेघाणी स्मृति संस्थान और कस्तूरबा सेवाश्रम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। लोक गायक अभेसिंह राठौड़ तथा राधा व्यास ने झवेरचंद मेघाणी के शौर्य व लोकसंस्कृति की जानकारी देने वाले गीतों से कस्तूरबा गांधी को स्वरांजलि दी।
इस मौके पर मौजूद झेवरचंद मेघाणी के पौत्र पिनाकी मेघाणी ने कस्तूरबा गांधी को प्रथम महिला सत्याग्रही बताते हुए कहा कि उनकी पुण्यतिथि पर हर साल अहमदाबाद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम होता है। इस बार कस्तूरबा सेवाश्रम में स्वरांजलि के साथ मातृवंदना की गई। इस दौरान पुलवामा में शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
जानकारी के अनुसार 1930 में जलालपोर तहसील के मरोली में वणाटशाला का शिलान्यास महात्मा गांधी ने किया था। इस संस्था के प्रथम स्थापक अध्यक्ष सरदार पटेल थे। कस्तूरबा सेवाश्रम की ओर से आदिवासियों के उत्थान के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य समेत समाज सेवा के कार्य किए जाते हैं।
Published on:
23 Feb 2019 09:44 pm
बड़ी खबरें
View Allसूरत
गुजरात
ट्रेंडिंग
