7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

VNSGU : गुजरात के सरकारी विश्वविद्यालयों में नियुक्ति को लेकर गड़बड़ी !

गुजरात के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व बिन शैक्षणिक पदों पर हुई नियुक्ति को लेकर कई शिकायत होती है। सिंडीकेट से लेकर सीनेटर ने पदों पर नियुक्ति को लेकर गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है। लेकिन किसी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई है। 13 विश्वविद्यालयों को मिलाकर अब तक 31 शिकायत की गई है। लेकिन किसी में जांच आगे बढ़ी ही नहीं है।

2 min read
Google source verification
VNSGU : गुजरात के सरकारी विश्वविद्यालयों में नियुक्ति को लेकर गड़बड़ी !

VNSGU : गुजरात के सरकारी विश्वविद्यालयों में नियुक्ति को लेकर गड़बड़ी !

दक्षिण गुजरात के वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (वीएनएसजीयू) VNSGU समेत राज्य के अन्य 12 सरकारी विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व बिन शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति होती रहती है। कई स्थाई तो कई अस्थाई पदों पर नियुक्ति की जाती है। पदों पर नियुक्ति करने में कई बार योग्यता के मापदंड को भी नजर अंदाज कर दिया जाता है। ऐसी नियुक्तियों को लेकर कई सिंडीकेट व सीनेट सदस्य विश्वविद्यालय से लेकर सरकार तक शिकायत करते हैं। लेकिन शिकायत करने वालों का आरोप है कि किसी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की जाती है। मामला शांत करने के लिए जांच का आदेश दिया जाता है, लेकिन जांच को आगे नहीं बढ़ाया जाता है।

- ठंडे बस्ते में रख दी जाती है जांच :
वीएनएसजीयू के पूर्व सिंडीकेट सदस्य भावेश रबारी का आरोप है कि वीएनएसजीयू के अलावा राज्य के अन्य सभी विश्वविद्यालयों में पदों पर नियुक्ति में गड़बड़ी की शिकायत होती रहती है। इसके अलावा ठेके के साथ अन्य कई मामलों में सरकार तक को ज्ञापन सौंपा जाता है। लेकिन सारे ज्ञापन ठंडे बस्ते में रख दिया जाता है। वीएनएसजीयू में पद पर नियुक्ति को लेकर एक शिकायत है। इसके अलावा कई विश्वविद्यालय ऐसे है जिनमें दो, तीन व सात तक शिकायत हुई हैं, पर जांच आगे नहीं बढ़ाई गई है।
- जांच नहीं बढ़ी आगे :
वीएनएसजीयू ने ऑनलाइन परीक्षा व उत्तर पुस्तिका का ऑनलाइन मूल्यांकन करने के लिए पुणे की एक कंपनी को ठेका दिया था। ऑनलाइन परीक्षा में कई गड़बड़ी हुई, मूल्यांकन में विद्यार्थियों के साथ अन्याय हुआ। ऑफलाइन जांच की गई तो कई सारे विद्यार्थियों के अंक में सुधार हुआ, तो कई फेल हुए विद्यार्थी पास भी हुए। आरटीआई में उत्तर पुस्तिका मांगी जाने पर उसकी जांच नहीं हुई होने का भी सामने आया। इसके अलावा कंपनी को ठेका देने में भी नियम का पालन नहीं होने का भी प्रकाश में आया था। इन सभी मामलों में सीनेटर राज्यपाल तक शिकायत की थी। शिकायत पर जांच के आदेश दिए गए, लेकिन अभी तक किसी भी मामले में जांच आगे नहीं बढ़ी है।
- कोई नहीं करता कार्रवाई :
पदों, ठेकों व कार्यप्रणाली को लेकर विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, मुख्य मंत्री और राज्यपाल तक शिकायत की जाती है। कुछ मामलों में जांच के आदेश दिए जाते हैं, लेकिन जांच कोई नहीं करता है। अधिकतर मामलों में तो जांच के आदेश भी नहीं दिए जाते हैं।
- भावेश रबारी, पूर्व सिंडीकेट सदस्य, वीएनएसजीयू
- सरकारी विश्वविद्यालयों में पदों को लेकर हुई शिकायत
विश्वविद्यालय / शिकायत
वीएनएसजीयू / 1
उत्तर गुजरात / 7
सौराष्ट्र / 7
गुजरात / 3
टीचर्स / 3
एस.पी / 2
कच्छ / 2
सोमनाथ / 1
बाबा साहेब / 1
गोविंद गुरु / 1
एम.एस. / 1
चिल्ड्रन / 1
भावनगर / 1
-----