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विनीत शर्मा
सूरत. निकट वर्षों में बीते दो अवसरों पर चक्रवात से सूरत की रक्षा कर चुके दरिया गणेश पर इस बार भी लोगों की उम्मीद टिकी है। उनका मानना है कि हर बार की तरह इस बार भी दरिया गणेश समुद्र किनारे से आने वाली इस नई आफत से निजात दिला देंगे। सूरत में समुद्र किनारे रह रहे लोगों की दरिया गणेश के प्रति गहरी आस्था है और उनका मानना है कि दरिया गणेश हर बार समुद्री आफतों से शहर की रक्षा करते रहे हैं।
डुमस में समुद्र किनारे पर स्थित दरिया गणेश को लोग समुद्री रास्ते पर शहर के रक्षक के रूप में मानते हैं। दरिया गणेश में उनकी गहरी आस्था है और मानते हैं कि हर बार जब भी समुद्र के रास्ते कोई मुश्किल शहर की तरफ आई है, दरिया गणेश ने उसे सूरत का किनारा नहीं छूने दिया। दिसंबर 2017 में ओखी ने तबाही मचाकर सूरत का रुख किया था। चक्रवात से पहले मौसम में हुए बदलाव का असर सूरत पर दिखने लगा था। ओखी सूरत किनारे को छूता उससे पहले ही भंवर में फंसकर समुद्र में समा गया था।
इसी वर्ष जून में आया वायु भी सूरत किनारे को छूने से पहले ही निष्क्रिय हो गया था। दोनों ही अवसरों चक्रवात के सूरत किनारे तक नहीं पहुंचने का श्रेय लोगों ने दरिया गणेश को दिया था।
मान्यता है कि दरिया गणेश समुद्र की ओर से आने वाले संकट से सूरत की रक्षा करते रहे हैं। लोगों को इस बार भी उम्मीद है कि दरिया गणेश महा चक्रवात को भी सूरत पहुंचने से पहले ही निष्क्रिय कर देंगे।
Updated on:
04 Nov 2019 09:32 pm
Published on:
04 Nov 2019 08:52 pm
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