दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन के साथ सैलून लग कर अंबिकापुर पहुंचा था। ट्रेन के अंबिकापुर से शहड़ोल के लिए रवाना होने के बाद सैलून मुख्य ट्रैक पर ही खड़ा था, उसे हटाने के लिए करंजी से इंजन मंगाया गया था। इसे मुख्य ट्रैक से हटाकर अलग किया गया, तब जीएम स्टेशन पर उतरे।