scriptfive shivlingas representing five elements of the universe in a line | भारत में शिवलिंगों का स्थापत्य : ऐसे समझें इनका वैज्ञानिक महत्त्व | Patrika News

भारत में शिवलिंगों का स्थापत्य : ऐसे समझें इनका वैज्ञानिक महत्त्व

locationभोपालPublished: Nov 06, 2022 05:57:25 pm

- पंच भूत तत्व के 5 मंदिर हैं यहां
- ब्रह्मांड के पांच तत्वों का प्रतिनिधित्व करने वाले पांच-लिंग एक समान रेखा में हैं।
- ये सारे मंदिर प्रकृति के 5 तत्वों में-लिंग की अभिव्यक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं।

shiv_temples_1.jpg

हिंदू धर्म में भगवान शिव त्रिदेवों व आदिपंच देवों में से एक प्रमुख देव हैं, जिन्हें संहार का देवता माना जाता है। ऐसे में जहां देश में हजारों की संख्या में भगवान शिव के मंदिर मौजूद हैं तो वहीं 12 ज्योतिर्लिंग भी मौजूद हैं।
लेकिन, क्या आपको पता है कि भारत में ऐसे शिव मंदिर भी हैं जो केदारनाथ से लेकर रामेश्वरम तक एक सीधी रेखा में निर्मित हैं। ऐसे में ये प्रश्न् उठता है कि हजारों साल पहले जब कोई गूगल मैपिंग या इस तरह के एडवांस तरीके पैदा तक नहीं हुए थे उस समय हमारे पूर्वजों के पास ऐसा कैसा विज्ञान और तकनीक थी, जिसे हम आज तक नहीं समझ पाये। इन मंदिरों को लेकर सबसे खास बात ये है कि इन्हें 79° E 41’54” देशांतर रेखा के भौगोलिक सीधी रेखा में बनाया गया है। यहां पर आज हम 5 मुख्य मंदिरों को सम्मलित कर रहे हैं। जो इस प्रकार हैं:

Copyright © 2021 Patrika Group. All Rights Reserved.