scriptयहां गिरी थी मां सती की बाईं आंख, दर्शन मात्र से दूर हो जाती है आंखों की पीड़ा | Shardiya Navratri 2019: story of chandika sthan munger | Patrika News

यहां गिरी थी मां सती की बाईं आंख, दर्शन मात्र से दूर हो जाती है आंखों की पीड़ा

Published: Sep 30, 2019 12:13:03 pm

Submitted by:

Devendra Kashyap

मां चडिका मंदिर के पूर्व और पश्चिम में श्मशान है। इन्हें ‘श्मशान चंडी’ के नाम से भी जाना जाता है।

chandika_sthan_munger1.jpg
भारतवर्ष में देवी मां के कई मंदिर हैं। इन मंदिर में एक मां चंडिका का मदिर भी है। इस मंदिर को देवी के 51 शक्तिपीठों में एक माना जाता है। कहा जाता है कि यहां पर देवी सती की बाईं आंख गिरी थी। मान्यता इस मंदिर में पूजा करने वालों की आंखों की पीड़ा दूर हो जाती है।
chandika_sthan_munger123.jpg
मां चंडिका का मंदिर बिहार के मुंगेर में स्थित है। जिला मुख्यालय से लघभग चार किलोमीटर दूर गंगा किनारे मां चडिका का मंदिर है। इस मंदिर के पूर्व और पश्चिम में श्मशान है। यही कारण है कि इसे ‘श्मशान चंडी’ के नाम से जाना जाता है। नवरात्र के दौरान यहां साधक तंत्र सिद्धि को लिए आते हैं।
chandika_sthan_munger.jpg
वैसो तो यहां सभी लोग आते हैं लेकिन आंखों के असाध्य रोग से पीड़ित लोग सबसे ज्यादा आते हैं। माना जाता है कि माता के मंदिर के काजल लगाने से नेत्र रोगियों के विकार दूर हो जाते हैं। यही कारण है कि यहां आने वाले श्रद्धालु प्रसाद के तौर पर यहां से काजल ले जाते हैं।
chandika_sthan_munger12.jpg
स्थानीय लोग बताते हैं कि नवरात्र के दौरान सुबह तीन बजे से ही माता की पूजा शुरू हो जाती है और संध्या में श्रृंगार पूजन किया जाता है। मां के इस विशाल मंदिर परिसर में काल भैरव, शिव परिवार के अलावा अन्य देवी-देवताओं के भी मंदिर है, जहां श्रद्धालु पूजा करते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो